नारायणी से खौफ, नारायण पर भरोसा

त्रासदी. बारिश के साथ ही बढ़ा जल स्तर, गंडक नदी के रुख से सहमे िदयारावासी कालामटिहनिया : यह तसवीर गंडक नदी के रुख को स्पष्ट करने के लिए काफी है. यह तसवीर विशंभरपुर आंगनबाड़ी केंद्र के समीप गंडक नदी के दबाव को रोकने के लिए विभाग के द्वारा चलाये जा रहे बचाव कार्य की है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2017 6:40 AM

त्रासदी. बारिश के साथ ही बढ़ा जल स्तर, गंडक नदी के रुख से सहमे िदयारावासी

कालामटिहनिया : यह तसवीर गंडक नदी के रुख को स्पष्ट करने के लिए काफी है. यह तसवीर विशंभरपुर आंगनबाड़ी केंद्र के समीप गंडक नदी के दबाव को रोकने के लिए विभाग के द्वारा चलाये जा रहे बचाव कार्य की है. पिछले तीन दिनों से नदी का सीधा अटैक आंगनबाड़ी केंद्र पर है.
आंगनबाड़ी केंद्र को बचाने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग ने यहां पूरी ताकत लगा दी है. इस केंद्र के साथ ही यहां के लगभग 60 घरों के विस्थापित होने का खतरा बना हुआ है. भसही में नदी का कटाव तेज हो गया है. भसही के समीप गंडक नदी कटाव करते हुए तटबंध के करीब पहुंच चुकी है. तटबंध पर भी दबाव बढ़ने लगेगा. नेपाल में लगातार हो रही बारिश से गंडक नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. नदी के बढ़ते जल स्तर से कुचायकोट प्रखंड के 60 हजार लोगों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. नदी के बढ़ते दबाव को देखते हुए मुख्य अभियंता कुमार जयंत की टीम ने मौके पर पहुंच कर अभियंताओं को आवश्यक निर्देश दिये हैं.
इन गांवों को है खतरा
गंडक नदी से सबसे अधिक खतरा कालामटिहनिया पंचायत के फुलवरिया, खरगौली, विशंभरपुर, भसही, राजापुर, सलेहपुर, टोला सिपाया, रूपछाप, दियर विजयपुर आदि गांवों को है. फिलहाल नदी ने विशंभरपुर +2 स्कूल तथा विशंभरपुर के टोला को अपने निशाने पर रखा है. नदी का जल स्तर बढ़ने पर यहां तबाही से इनकार नहीं किया जा सकता है. नेपाल और भारत के इस हिस्से में हो रही बारिश को देखते हुए बांधों पर चौकसी बढ़ा दी गयी है. होमगार्ड के जवानों को तटबंध की सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. मॉनसून के पहले बारिश की हर बूंद दियारा के लोगों की धड़कन बढ़ा रही है.
लोग अपने सामान को सुरक्षित करने में लगे हुए हैं. विशंभरपुर और भसही में दबाव बना हुआ है.

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