युद्ध स्तर पर शुरू हुआ रेसक्यू अभियान
गोपालगंज : बाढ़ से घिरे लोगों को बचाने के लिए जिले में अब युद्ध स्तर पर रेसक्यू अभियान शुरू कर दिया गया है. आर्मी की दो टीमों के साथ-साथ एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की चार टीमें रेसक्यू अभियान में जुट गयी हैं. सेना के जवान मोटरबोट व नाव की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को […]
गोपालगंज : बाढ़ से घिरे लोगों को बचाने के लिए जिले में अब युद्ध स्तर पर रेसक्यू अभियान शुरू कर दिया गया है. आर्मी की दो टीमों के साथ-साथ एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की चार टीमें रेसक्यू अभियान में जुट गयी हैं. सेना के जवान मोटरबोट व नाव की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल रहे हैं. जो लोग सुरक्षित बाहर निकल रहे हैं वे या तो राहत शिविर में शरण ले रहे हैं या अपने किसी संबंधी व रिश्तेदार के यहां जा रहे हैं. उधर, डीएम राहुल कुमार ने शनिवार की देर शाम आर्मी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के अफसरों के साथ अपने आवास स्थित चैंबर में बैठक की. इसमें विशेष तौर पर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेसक्यू अभियान पर चर्चा की गयी.
बाढ़ग्रस्त गांवों में लगाये जा रहे नये चापाकल : जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ग्रस्त गांवों में नये चापाकल लगाये जा रहे हैं. रविवार तक करीब सौ जगहों पर नये चापाकल लगाये जा चुके थे. बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंडों के विभिन्न गांवों व टोलों में नये चापाकल लगाये गये हैं. इसके अलावा प्रशासन द्वारा बाढ़पीड़ित वैसे लोग जिनके घर की चारों तरफ पानी है और वे अपने घर में ही हैं, उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए दवा का वितरण भी कराया जा रहा है. एनडीआरएफ की टीम इन गांवों में डोर-टू-डोर दवा का वितरण भी कर रही है.
अधिकारी राहत शिविरों का ले रहे जायजा : जिले के बाढ़ग्रस्त अंचलों में करीब 20 जगहों पर राहत शिविर व कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की गयी है. इन शिविरों में बाढ़ से विस्थापित लोगों को रखा जा रहा है और समय पर भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है. बाढ़पीड़ितों को ताजा भोजन उपलब्ध कराने के लिए शिविर में स्थानीय अधिकारी व कर्मी भी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. वहीं, जिले के प्रशासनिक अधिकारी इन शिविरों में स्थिति व व्यवस्था का जायजा भी ले रहे हैं. डीएम राहुल कुमार ने भी शनिवार की रात बैकुंठपुर व सिधवलिया के राहत शिविरों में स्थिति व व्यवस्था का जायजा लिया.
मेडिकल टीम कर रही मरीजों का इलाज : बाढ़ के समय मरीजों का इलाज करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सजग है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को मोबाइल मेडिकल रिलीफ टीमों का गठन किया गया और बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए रवाना किया गया.
मेडिकल रिलीफ टीम के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी एनडीआरएफ के जवानों के साथ मोटरबोट पर सवार होकर बाढ़ के पानी से घिरे गांवों के लिए रवाना हुए. मेडिकल टीम के सदस्य डोर-टू-डोर मरीजों का इलाज करने लगे. मोबाइल मेडिकल रिलीफ टीम को बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों में एनडीआरएफ के जवानों के साथ मोटरवोट से भेजा गया.
इधर, उचकागांव के प्रखंड प्रमुख और जदयू पंचायत प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राम अशीष सिंह के नेतृत्व में बरौली प्रखंड के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पीड़ितों के बीच चूड़ा-मीठा का वितरण किया गया. इसमें बनकट, सदौवा व परसौनी गांवों के लोगों के बीच चूड़ा-मीठा का वितरण हुआ. मौके पर मेघराज प्रसाद, अंजली कुमार अग्रवाल, फैयाज अहमद, अनिल कुमार मांझी आदि ने भी वितरण कार्य में सहयोग किया.