गोपालगंज : जिले के 106 नये अपग्रेड हाइ स्कूलों में नौवीं की पढ़ाई पर कोरोना का ग्रहण लग गया है. जिले की वंचित पंचायतों में नये शैक्षणिक सत्र में एक अप्रैल से नौवीं की पढ़ाई शुरू करने की योजना थी. इसके लिए वर्ग कक्ष के निर्माण के साथ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए स्थानीय शिक्षा महकमा तैयारी में था. वहीं, आठवीं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में भी खुशी थी कि उनकी पंचायत के स्कूल में ही अब नौवीं की पढ़ाई होगी. उन्हें नौवीं की पढ़ाई के लिए दूरी तय कर दूसरी पंचायतों के हाइ स्कूल में नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन, इस बीच कोरोना वायरस ने इनके सपने व खुशी पर ग्रहण लगा दिया. 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की वजह नये अपग्रेड स्कूलों में नौवीं की पढ़ाई व स्मार्ट क्लास के संचालन पर ब्रेक लग गया है.
98 पंचायतों में नहीं हैं हाइ स्कूल, जाना पड़ता दूरजिले की 98 पंचायतों में हाइ स्कूल नहीं हैं. ऐसे में इन पंचायतों की आठवीं पास छात्र-छात्राओं को नौवीं की पढ़ाई के लिए दूर की दूसरी पंचायतों में जाना पड़ता था. इससे छात्र-छात्राओं को परेशानी होती थी. इसी परेशानी को दूर करने व उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इन 98 पंचायतों में मिडिल स्कूलों को हाइ स्कूलों में अपग्रेड कर नये सत्र 2020-21 में नौवीं की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी थी. इन पंचायतों के अपग्रेड हाइ स्कूलों के अलावा आठ उन हाइ स्कूलों में भी नौवीं की पढ़ाई होनी थी, जिसमें किसी कारणवश पढ़ाई नहीं हो रही थी. इन सब स्कूलों में मूलभूत सुविधा के लिए विद्यालयों की शिक्षा समितियों के खाते में राशि भी भेज दी गयी थी और समिति ने इसकी व्यवस्था भी शुरू कर दी थी. लेकिन, इन स्कूलों में अब नौवीं की पढ़ाई को लेकर छात्र-छात्राओं को अभी इंतजार ही करना होगा.
इनसेट के लिए चार लाख से अधिक बच्चों की नहीं शुरू हो सकेगी पढ़ाईगोपालगंज. कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की वजह जिले के 17 सौ से अधिक प्रारंभिक विद्यालयों में वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा निर्धारित तिथि पर नहीं हो सकी. वहीं इन विद्यालयों में पढ़ाई करने वाले करीब चार लाख बच्चों का नये शैक्षिक सत्र में पढ़ाई भी नहीं शुरू हो सकेगी. एक तो, शिक्षकों की हड़ताल की वजह जिले के अधिसंख्य विद्यालयों में 17 फरवरी से इन बच्चों की पढ़ाई चौपट हो गयी थी. इसी बीच कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन कर दिया गया. लॉकडाउन 14 अप्रैल तक है. ऐसे में शैक्षिक सत्र 2020-21 में नये सत्र में एक अप्रैल से पढ़ाई भी शुरू नहीं हो सकेगी.