जेल में सुरंग बना भागने की योजना विफल
थावे : चनावे स्थित गोपालगंज जेल में बंद माओवादी संगठन से जुड़े छह कैदी भागने की फिराक में थे. कैदियों ने जेल से भागने की फुल प्रूफ प्लानिंग की थी. महज संयोग है कि जेल प्रशासन को इसकी भनक लग गयी और माओवादियों के प्लान को जेल प्रशासन ने नाकाम कर दिया. इस घटना को […]
थावे : चनावे स्थित गोपालगंज जेल में बंद माओवादी संगठन से जुड़े छह कैदी भागने की फिराक में थे. कैदियों ने जेल से भागने की फुल प्रूफ प्लानिंग की थी.
महज संयोग है कि जेल प्रशासन को इसकी भनक लग गयी और माओवादियों के प्लान को जेल प्रशासन ने नाकाम कर दिया. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जेल की सुरक्षा में तैनात जमादार छेड़ी राम और उच्च कक्षपाल प्रह्लाद कुमार से जवाब तलब किया गया है. साथ ही भागने की तैयारी में जुटे छह कैदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उधर जेल की सुरक्षा को बढ़ा दी गयी है. जेल में बंद कैदियों की सघन तलाशी ली गयी है. जेल में आनेवाले मुलाकातियों पर भी नजर रखी जा रही है.
माओवादी संगठन से जुड़े कैदी मुकेश पटेल, गजेंद्र रावत, शेखर रावत और रमेश पासवान एवं उनके साथी विशाल सिंह और शंभु सिंह द्वारा जेल के अंदर बने अस्पताल के नाले को तोड़ कर भागने के लिए बाजाब्ता सुरंग बनायी गयी थी. नाले के दो भाग को तोड़ कर 20-20 मीटर रस्सी मंगा ली गयी थी. प्लानिंग थी कि बुधवार की शाम होते ही ये कैदी अपनी योजना के तहत जेल से फरार हो जाते. इस बीच इसकी भनक जेल अधीक्षक संदीप कुमार को लगी. जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पूरे मामले की जांच शुरू हो गयी. मौके पर जेल प्रशासन ने नाले के दो भाग को टूटा हुआ पाया. मजबूत रस्सी पायी गयी. इसके सहारे जेल से भागने की तैयारी थी. इन सभी कैदियों को अलग-अलग खंड में डाल दिया गया है. साथ ही इनसे मुलाकात करनेवालों पर एक माह के लिए पाबंदी लगा दी गयी है.
इनके पास जेल के अंदर रस्सी और नाला तोड़ने का सामान कहां से आये इसकी जांच की जा रही है. माओवादियों का क्या प्लान था इसको लेकर जेल प्रशासन गंभीर हो गया है. वहीं, जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भागने की फिराक में जो कैदी थे वो माओवादी संगठन से जुड़े हुए हैं. उनसे पूछताछ की गयी है. उन पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है.