भाजपा और जदयू के बीच बढ़ रहा रार

बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में मचा है घमासान मिशन 2019 में विवाद डूबा सकता है लुटिया गोपालगंज : बिहार में भाजपा-जदयू की सरकार बुलंदी पर है, जबकि गोपालगंज में गठबंधन के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. दोनों दलों के बीच की खाई गहराती जा रही है. भाजपा और जदयू की तकरार मोदी के मिशन 2019 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2017 6:29 AM

बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में मचा है घमासान

मिशन 2019 में विवाद डूबा सकता है लुटिया
गोपालगंज : बिहार में भाजपा-जदयू की सरकार बुलंदी पर है, जबकि गोपालगंज में गठबंधन के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. दोनों दलों के बीच की खाई गहराती जा रही है. भाजपा और जदयू की तकरार मोदी के मिशन 2019 की सफलता पर ग्रहण लगा सकती है. खास कर बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में दोनों दल एक दूसरे के विरोधी बने हुए हैं. यहां विधानसभा चुनाव 2015 में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी जदयू के एक दशक तक विधायक रहे मंजीत सिंह को हरा कर विधायक चुने गये.
उसके बाद से मिथिलेश तिवारी और मंजीत सिंह एक दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बन गये. इस बीच महागठबंधन को छोड़ कर जदयू ने भाजपा के साथ सरकार बना ली. भाजपा और जदयू का गठबंधन होने के बाद भी बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में जदयू और भाजपा का रार समाप्त होने की जगह बढ़ता जा रहा है. 22 अक्तूबर को बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का शिलान्यास करने पहुंचे सांसद जनक राम तथा विधायक मिथिलेश तिवारी के कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए जदयू के प्रदेश महासचिव पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने डीएम को ज्ञापन सौंप कर इस शिलान्यास पर रोक लगाने की मांग कर डाली.
मंजीत सिंह ने स्पष्ट कहा कि भाजपा के लोग प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं. जिन योजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री को करना था, उसका यहां विधायक और सांसद ने कर दिया. वहीं दूसरी तरफ बाढ़पीड़ितों के खाते में बैंक के द्वारा राशि नहीं ट्रांसफर किये जाने से भड़के पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने 21 अक्तूबर को बरौली प्रखंड मुख्यालय पर आंदोलन किया.
इस आंदोलन पर सवाल खड़ा करते हुए बैकुंठपुर के विधायक ने यहां तक कह दिया कि जिन लोगों के द्वारा तटबंध को तोड़वाया गया, उन्हीं लोगों के द्वारा आंदोलन करना शोभा नहीं देता. दोनों दल यहां दो फांक में बटे हुए हैं. दोनों दलों के कार्यकर्ता भी कभी एक साथ बैठ कर रणनीति तैयार नहीं कर सके हैं. इसका फायदा विरोधी दलों को मिल रहा है.
बैकुंठपुर में है
व्यक्तिगत लड़ाई
बैकुंठपुर को छोड़ कर भाजपा और जदयू में कहीं कोई विवाद नहीं है. बैकुंठपुर में पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक की आपसी व्यक्तिगत लड़ाई है. उनकी लड़ाई से पार्टी को कोई खास मतलब नहीं है.
प्रमोद कुमार पटेल, अध्यक्ष जदयू
अपनी ही सरकार का करा रहे किरकिरी
बैकुंठपुर के पूर्व विधायक को वर्तमान विधायक के साथ मिल कर काम करना चाहिए था. दोनों एकजुट होते तो स्वत: बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र का विकास तेजी से होता. यहां तो अपनी ही सरकार की योजनाओं के खिलाफ आंदोलन कर किरकिरी करा रहे हैं जदयू के प्रदेश महासचिव.
रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी, महामंत्री, भाजपा

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