भोरे : भोरे में छठपूजा की पूर्व संध्या पर छठ प्रतिमा की सफाई करने गये दो बच्चों की हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया गया. सूचना मिलने पर पहुंचे परिजनों ने दोनों शवों को तालाब से बाहर निकाला. एक बच्चे के शव को उसके परिजन उसके पैतृक घर यूपी लेकर चले गये, जबकि दूसरे शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेज दिया.
तालाब के पास से खून से सने कपड़े भी मिले हैं, वहीं बच्चों के शरीर पर चोट के निशान भी पाये गये हैं. परिजनों ने गांव के ही दो लोगों के विरुद्ध हत्या कर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से तालाब में फेंक देने का आरोप लगाया है. पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है. बता दें कि भोरे थाने के कल्याणपुर कुंभी टोला के अवधेश पांडेय के यहां उनकी बहन कुशीनगर जिले के तुरपट्टी थाने के भेलयां गांव की कुसुमावती देवी अपने 12 वर्षीय पुत्र विनीत कुमार के साथ अपने मायके छठपूजा करने आयी थी. बुधवार की शाम विनीत अपने मामा अवधेश पांडेय के पुत्र 10 वर्षीय मोहित कुमार के साथ छठ घाट पर प्रतिमा रंगाई करने गया था. देर शाम तक जब दोनों बच्चे वापस नहीं आये,
तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की. छठ घाट से थोड़ी ही दूरी पर दोनों बच्चों के खून से सने कपड़े मिले, जिसे देख सशंकित परिजनों ने तालाब में खोजबीन की. दो घंटे के अथक प्रयास के बाद दोनों बच्चों का शव गहरे पानी में एक ही जगह से मिला. विनीत कुमार का शव उसकी मां कुसुमावती देवी लेकर अपनी ससुराल चली गयी, जबकि मोहित कुमार के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेज दिया. इधर, मृत बच्चे के पिता अवधेश पांडेय ने अपने ही गांव के पंचानंद यादव और रामध्यान पांडेय के ऊपर दोनों बच्चों की हत्या कर शव को साक्ष्य मिटाने की नीयत से तालाब में फेंक देने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह ने बताया कि मामला काफी संगीन है, जांच की जा रही है. शीघ्र ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.