शहर और गांव में फॉगिंग न छिड़काव, डेंगू ने डाला पड़ाव
नगर अथवा ग्राम पंचायतें बेफिक्र मीरगंज : शहर सहित ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग व छिड़काव नहीं होने से डेंगू ने पड़ाव डाल दिया है. डेंगू के पड़ाव डालने से लोग दहशत में हैं. चिंता में दिन तो आशंका में लोगों की रातें कट रही हैं. इतना ही नहीं सीलन व जलजनित कीटों से फैलने वाली […]
नगर अथवा ग्राम पंचायतें बेफिक्र
मीरगंज : शहर सहित ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग व छिड़काव नहीं होने से डेंगू ने पड़ाव डाल दिया है. डेंगू के पड़ाव डालने से लोग दहशत में हैं. चिंता में दिन तो आशंका में लोगों की रातें कट रही हैं. इतना ही नहीं सीलन व जलजनित कीटों से फैलने वाली बीमारियां ने भी आंखें तरेरनी शुरू कर दी हैं.
मच्छरों व विष कीटों की संख्या भी बढ़ रही है. पिछले दिनों क्षेत्र के मटिहानी माधो गांव के डेंगू के लगभग 20 मरीजों के पटना व गोरखपुर में इलाजरत होने से अगल-बगल के लोग भयभीत हैं. मीरगंज व आसपास के नरैनियां, सवरेजी, हाकिम टोला, छाप, जिगना, मटिहानी, बरईपट्टी, लाइन बाजार आदि गांवों के बजबजाते पोखर, चंवर, गड्ढों व नालों आदि ने नगरवासियों सहित ग्रामीणों में भय व आशंका को और बढ़ा दिया है. मच्छरदानी के इस्तेमाल व साफ-सफाई का ध्यान रखने के बावजूद लोग डेंगू के डंक सहित मलेरिया, डायरिया, त्वचा रोग, इन्सेफ्लाइटिस जैसी जानलेवा बीमारियों से सहमे हुए हैं.
समूचा इलाका डेंगू से आतंकित है, लेकिन जिम्मेदार व्यक्तियों के द्वारा सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है. जलाशयों सहित गड्ढों व नालों से पैदा होनेवाले कीटों के सफाये के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किया गया है. नगर पंचायत अथवा ग्राम पंचायत सहित स्वास्थ्य विभाग से संबंधित समस्या से मुंह मोड़े हुए है. किसी स्तर से न फॉगिंग करायी जा रही है न नये सिरे से छिड़काव.