जुलूस का रूट बदलना बना काल

भोरे : काल कब कहां किस रूप में किसी को अपने पास बुला ले , ये किसी को नहीं पता. कुछ ऐसा ही हुआ, भोरे थाने के हुस्सेपुर टोला रावा रक्षा गांव में. अखाड़े के लिए निकले जुलूस में शामिल ट्रॉली हाईटेंशन तार की चपेट में आ गयी. जिससे मौके पर ही पांच की मौत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2017 5:02 AM

भोरे : काल कब कहां किस रूप में किसी को अपने पास बुला ले , ये किसी को नहीं पता. कुछ ऐसा ही हुआ, भोरे थाने के हुस्सेपुर टोला रावा रक्षा गांव में. अखाड़े के लिए निकले जुलूस में शामिल ट्रॉली हाईटेंशन तार की चपेट में आ गयी. जिससे मौके पर ही पांच की मौत हो गयी. वहीं एक ने पीएमसीएच पटना में दम तोड़ दिया.

छह लोगों की मौत की जिम्मेवार कौन था. इसके लिए डीएम राहुल कुमार ने जांच के आदेश हथुआ एसडीओ को दिया था. एसडीओ प्रमोद राम ने जांच पूरी कर ली है. जांच के बाद घटना के लिए जिम्मेदार पांच लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. वहीं, सभी मृतकों को पोस्टमार्टम गोपालगंज में हो चुका है. दो शव परिजनों को सौंप दिये गये.

आर्केस्ट्रा में शामिल लोगों के चार शव अभी भी गोपालगंज में ही रखे गये हैं. उनके परिजनों का इंतजार किया जा रहा है. मरने वालों चार पि›म बंगाल के बताये गये हैं. उधर, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद लखरांव पावर सब स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गयी. वहां पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है.

… सोमवार को ही घर वापस आया था जीतन : स्व. रामायण यादव का सबसे छोटा पुत्र जीतन यादव डेढ़ माह पूर्व ही विदेश से तबीयत खराब होने पर वापस गांव आ गया था. गांव वापस आने के बाद वो पंजाब के भटिंडा में अपना इलाज कराने चला गया था. सोमवार को लगने वाले मेले में शामिल होने के लिए सुबह में ही वो घर पहुंचा था. शाम को जुलुस निकला, तो उत्साह में जीतन मौत की ट्रॉली पर जा बैठा. थोड़ी ही देर बाद काल ने उसे अपने पास बुला लिया. उसकी मौत की खबर मिलते ही परिजन बेसुध हो गये. उसकी पत्नी सुशीला देवी का रो रो कर बुरा हाल है. जीतन का छह वर्षीय पुत्र अमित कुमार गोपालगंज के एक निजी स्कूल में रहे पढ़ाई करता है. अपनी मां सुशीला देवी को रोते देख वो रो रहा था. जीतन की दो बेटियां भी हैं, दोनों पिता के मौत के गम में बेसुध पड़ी थीं. पांच भाईयों में सबसे छोटा जीतन ही था.

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