इमरजेंसी में सोये डॉक्टर को जगाने पर हुआ हंगामा, परिजनों से उलझे

डॉक्टरों ने किया काम का बहिष्कार, धरना पर बैठे परिजन गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी में बुधवार की सुबह सो रहे डॉक्टर को जगाने पर हंगामा हुआ. नाराज डॉक्टर परिजनों से उलझ गये. इससे मामला बिगड़ गया और डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया. उधर, मरीज के परिजनों के साथ पूर्व जिप अध्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2017 6:12 AM

डॉक्टरों ने किया काम का बहिष्कार, धरना पर बैठे परिजन

गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी में बुधवार की सुबह सो रहे डॉक्टर को जगाने पर हंगामा हुआ. नाराज डॉक्टर परिजनों से उलझ गये. इससे मामला बिगड़ गया और डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया. उधर, मरीज के परिजनों के साथ पूर्व जिप अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में छात्र नेताओं ने इमरजेंसी वार्ड के बाहर धरना दिया. छात्र नेताओं ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ मुकेश कुमार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए नारेबाजी की. करीब चार घंटे तक हुए बवाल के बाद सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार चौधरी, नगर इंस्पेक्टर संजय कुमार पहुंचे. सिविल सर्जन ने पीड़ित परिजनों की बात सुनी.
परिजनों ने डॉक्टर पर ड्यूटी के दौरान सोने और इलाज के लिए कहने पर गाली-गलौज व दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया. मामले में सीएस को डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दी. उधर, इलाज के अभाव में सदर अस्पताल से कई मरीज लौट गये. हंगामा कर रहे लोगों में विधान परिषद प्रतिनिधि प्रत्युष कुमार, छात्र नेता प्रिंस कुंवर, अफाक खान, प्रदीप चौहान, युवराज, अनुज सिंह, प्रदीप सिंह, अभय यादव, बिट्टू आदि शामिल थे.
डॉक्टरों ने बैठक कर दी हड़ताल की चेतावनी : इमरजेंसी वार्ड में मरीज के परिजनों ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए डॉक्टर के खिलाफ जैसे ही हंगामा शुरू किया वैसे ही डॉक्टरों ने एकजुट हो गये. इसके बाद ओपीडी में बैठक की और डीएस के माध्यम से सिविल सर्जन को आवेदन सौंपा. इसमें इमरजेंसी में कुछ लोगों पर घुस कर जान मारने की धमकी देने व दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया. डॉक्टरों ने कार्रवाई की मांग करते हुए हड़ताल पर चले जाने की चेतावनी दी है. बैठक में डॉ संजीव कुमार, डॉ एसके गुप्ता, डॉ संजय कुमार, डॉ एके चौधरी, डॉ मुकेश कुमार, डॉ आरके सिंह, डॉ अमर कुमार, डॉ एसपी राय, डॉ जावेद कैसर आदि मौजूद थे.
इमरजेंसी व ओपीडी में परेशान रहे मरीज : डॉक्टर व मरीज के परिजनों के बीच हुए दुर्व्यवहार के बाद इमरजेंसी व ओपीडी में इलाज बाधित हो गया. ओपीडी में पहुंचे डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज नहीं किया. सभी डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया. इसके कारण करीब पांच घंटे तक मरीजों को इलाज नहीं होने से परेशानी हुई. हालांकि, बाद में सिविल सर्जन के पहुंचने पर ओपीडी व इमरजेंसी 11.30 बजे से चालू हो गया.
क्या है मामला
बरौली थाने के कल्याणपुर गांव के संजय कुमार सिंह को पेट में दर्द था. बरौली पीएचसी से सदर अस्पताल रेफर किया गया था. इमरजेंसी वार्ड में 4.30 बजे पहुंचने पर ड्यूटी में तैनात डॉक्टर मुकेश कुमार सो रहे थे. मरीज की स्थिति नाजुक होने की शिकायत करने पर कंपाउंडर को दवा चढ़ाने का निर्देश दिया, जिससे परिजनों ने आपत्ति जताते हुए डॉक्टर को मरीज के वार्ड में चलने की मांग की. इसके बाद दोनों के बीच गाली-गलौज हो गयी, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया.

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