नहीं खुला दो हत्याकांडों का राज, पुिलस के हाथ खाली
पिछले 13 जुलाई को मिंता और 16 अक्तूबर को हुई थी अज्ञात युवक की हत्या मीरगंज : पिछले 13 जुलाई व 16 अक्तूबर को शहर में हुए क्रमश: युवती मिंता कुमारी व अज्ञात युवक की हत्या के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो सका है. पुलिस दोनों कांडों से रहस्य का पर्दा उठाने में […]
पिछले 13 जुलाई को मिंता और 16 अक्तूबर को हुई थी अज्ञात युवक की हत्या
मीरगंज : पिछले 13 जुलाई व 16 अक्तूबर को शहर में हुए क्रमश: युवती मिंता कुमारी व अज्ञात युवक की हत्या के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो सका है. पुलिस दोनों कांडों से रहस्य का पर्दा उठाने में कामयाब नहीं हो सकी है. क्षेत्र के लोगों के जेहन में हत्या किसने, कैसे व क्यों की, जैसे सवाल कौंध रहे हैं. महीनों बीत गये, लेकिन पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पायी है. स्थानीय लोगों की माने, तो दोनों की हत्या सोची-समझी साजिश के तहत की गयी है. दोनों के शवों की बरामदगी पर गौर करें,
तो युवती मिंता का शव हथुआ रेलवे जंक्शन के निकट पोखरे में तैरता हुआ पाया गया, तो युवक का शव रेलवे लाइन के किनारे महीनों से बंद पड़े मकान से बरामद हुआ था. निष्कर्ष तक पहुंचने को पुलिस हाथ-पांव मार रही है. तफ्तीश के दौरान जुटाये गये साक्ष्यों व स्थानीय लोगों द्वारा जतायी गयी आशंका को ध्यान में रखते हुए पुलिस जांच में आगे बढ़ी थी. वर्तमान समय में कांडों के फाइलों पर धूल की परतें जमी हुई हैं. पुलिस इस सवाल का जवाब नहीं ढूंढ़ पायी है कि हथुआ जंक्शन से पूरब हरखौली गांव के पोखरे में मिंता का शव कैसे पहुंचा, मृतका मिंता के शरीर पर किसी तरह के जख्म के निशान नहीं थे,
तो कैसे हुई हत्या? परिजनों की माने, तो मिंता 12 जुलाई की शाम से लापता थी. अगले रोज सुबह में उसकी लाश पोखरे में पायी गयी, तो पूरी रात कहां थी वह. इस दौरान मिंता के परिजनों के मोबाइल फोन पर मिंता को लेकर किसी ने कॉल भी किया था. कौन था कॉल करनेवाला? पोखरे में शव को फेंकने से पहले मिंता के साथ रेप तो नहीं हुआ. यदि ऐसा हुआ तो कौन हैं इसके पीछे. मिंता ने आत्महत्या तो नहीं की और यदि आत्महत्या की तो क्या मजबूरी थी ऐसा करने की.
आत्महत्या हुई भी तो बगल में रहनेवालों तक को भनक क्यों नहीं लगी. क्या इस कांड में कोई प्रभावशाली व्यक्ति भी है. वहीं, युवक की हत्या पर नजर डालते हैं, तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि बंद पड़े मकान में महीनों तक शव पड़ा रहा, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी. आखिर कैसे व क्यों हुई उसकी हत्या? मकान के अंदर कैसे पहुंचा युवक? कौन थे हत्यारे? ऐसे कई एक सवाल हैं, जिनका जवाब पुलिस को ढूंढ़ना होगा.
बहरहाल पुलिस को अभी किसी चश्मदीद के सामने आकर मुंह खोलने व संबंधित रिपोर्ट्स का इंतजार है.
कहते हैं अधिकारी
सीडीआर व उपलब्ध अन्य साक्ष्यों के आधार पर अनुसंधान को आगे बढ़ाया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही कांड का खुलासा कर दिया जायेगा.
निर्भय कुमार राय, सब इंस्पेक्टर व कांड के आईओ, मीरगंज