छाया घना कोहरा, सूर्य के नहीं हुए दर्शन

मौसम ने ली करवट. पांच डिग्री गिरा अधिकतम तापमान, शीतलहर की चपेट में लोग गोपालगंज : हिमाचल, जम्मू-कश्मीर व उत्तराखंड में हुई वर्फवारी और बारिश से उत्तर बिहार में अचानक ठंड बढ़ गयी. शीतलहर ने शहर के लोगों को शिमला जैसी ठंड का अहसास कराया. अधिकतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस गिरकर 17.3 डिग्री सेल्सियस पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2017 2:29 AM

मौसम ने ली करवट. पांच डिग्री गिरा अधिकतम तापमान, शीतलहर की चपेट में लोग

गोपालगंज : हिमाचल, जम्मू-कश्मीर व उत्तराखंड में हुई वर्फवारी और बारिश से उत्तर बिहार में अचानक ठंड बढ़ गयी. शीतलहर ने शहर के लोगों को शिमला जैसी ठंड का अहसास कराया. अधिकतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस गिरकर 17.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जो सामान्य तापमान (23) से 5.7 डिग्री नीचे है. जिस दिन तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री नीचे आ जाता है, उस दिन को मौसम विज्ञान में ‘कोल्ड डे’ कहते हैं. मंगलवार को पूरे दिन मौसम कोहरे की चादर ओढ़े रहा. इससे नयूनतम तापमान भी 9.2 डिग्री पर आ गया. दिन में सूर्य के दर्शन नहीं हुए. दिन भर लोग ठिठुरते रहे.
इस सीजन का सबसे ठंड मंगलवार को रहा. पश्चिम से 14-15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा ने मौसम के तापमान को सामान्य से काफी कम कर दिया. सुबह में कोहरा छाया रहा. इसका प्रभाव शाम तक दिखा. आसमान में बादल छाये रहे. शाम अचानक तेज हवा से ठंड और बढ़ गयी. शाम होते ही लोग घरों में दुबक गये. महज तीन दिनों में अधिकतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है.
जरूरमंदों को अब तक नहीं मिला कंबल : पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलाकों में भी ठंड का कहर जारी है. गलन से लोग ठिठुरते नजर आ रहे हैं. इस बार प्रशासन से किसी भी तरह से जरूरतमंदों को राहत देने की कोशिश नहीं की है. दिसंबर माह बीतने को है. सरकारी बजट से खरीदा गया कंबल अब तक नहीं बांटा गया है.
रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे और चौराहों पर सैकड़ों गरीब हैं, जिनके पास ठंड से बचने के कोई उपाय नहीं हैं. एसडीओ शैलेश कुमार दास ने बताया कि जल्दी ही कंबल का वितरण किया जायेगा.
ऐसे गिरा अधिकतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
तिथि अधिकतम
21 दिसंबर 26.1
22 दिसंबर 25.6
23 दिसंबर 23.0
24 दिसंबर 21.9
25 दिसंबर 17.3
कागज पर ही जल रहा अलाव : मीरगंज, बरौली और कटेया में नगर पंचायतों में कागज पर अलाव जल रहा है. अलाव जलाने के लिए 50-50 हजार रुपये की धनराशि दोनों अनुमंडलों को आवंटित की गयी है. शासन से यह पैसा आम जनता को ठंड से राहत पहुंचाने के लिए दिया गया है, लेकिन प्रशासनिक अफसर अभी अलाव को लेकर सक्रिय नहीं है
. ठंड से कांप रहे लोग कूड़ा जलाकर आग सेंकने को मजबूर हैं.

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