11 के बाद तय होगा चीनी मिल मजदूरों व किसानों का भविष्य
सासामुसा : सासामुसा चीनी मिल हादसे के बाद किसानों और मजदूरों से सामने आयी संकट से उबारने के लिए पहल शुरू हो गयी है. सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर गठित तकनीकी पदाधिकारियों की टीम शुक्रवार को डीए राहुल कुमार के मौजूदगी में चीनी मिल के कल, पार्ट, पुर्जे को गहनता से खंगाला. जांच टीम […]
सासामुसा : सासामुसा चीनी मिल हादसे के बाद किसानों और मजदूरों से सामने आयी संकट से उबारने के लिए पहल शुरू हो गयी है. सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर गठित तकनीकी पदाधिकारियों की टीम शुक्रवार को डीए राहुल कुमार के मौजूदगी में चीनी मिल के कल, पार्ट, पुर्जे को गहनता से खंगाला. जांच टीम में चीफ ब्यायलर इंस्पेक्टर, सहायक ईखायुक्त, मुजफ्फरपुर से उप मुख्य कारखाना निरीक्षक, सारण से कारखाना इंस्पेक्टर पंकज कुमार, श्रम अधीक्षक मनोज दुबे की टीम ने चीनी मिल की मशीनों की जांच की. जांच के दौरान हादसा के कारणों को भी खंगाला गया. आखिर 20 दिसंबर की रात में ब्यालिंग हाऊस की क्वाड कैसे फटी.
नौ मजदूरों की मौत और तीन मजदूरों की मौत से जूझने के मामले में जांच पुलिस कर रही है. इस जांच के दौरान कुचायकोट के थानेदार व कांड के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे. कांड का अनुसंधान प्रभावित न हो इसके लिए हर पहलू को गंभीरता से खंगाला जा रहा. जांच के दौरान कुचायकोट के विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय की भूमिका प्रमुख थी.
जांच पर सीधे मुख्यमंत्री की नजर होने से अधिकारियों ने गंभीरता से तहकीकात कर चीनी मिल को चलाने के दिशा में जांच किया. इनके जांच रिपोर्ट के बाद गन्ना उद्योग एवं श्रम विभाग प्रधान सचिव जांच की हाईलेबल टीम को 11 जनवरी को जांच करनी है. हाईलेवल टीम के जांच के बाद चीनी मिल को चलाने का निर्णय लिया जायेगा.