12 किमी की रफ्तार से 21 दिनों तक चली पछुआ हवा
गोपालगंज : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर उत्तर बिहार में देखने को मिला. बर्फीली हवाओं ने 2003 का रिकार्ड तोड़ दिया है. 2003 में लगातार 42 दिनों तक शीतलहर चली थी. उस समय 18 दिन कश्मीर से आ रही बर्फीली हवा ने रिकार्ड बनाया था. इस बार पिछले 21 दिनों में 12 किलोमीटर […]
गोपालगंज : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर उत्तर बिहार में देखने को मिला. बर्फीली हवाओं ने 2003 का रिकार्ड तोड़ दिया है. 2003 में लगातार 42 दिनों तक शीतलहर चली थी. उस समय 18 दिन कश्मीर से आ रही बर्फीली हवा ने रिकार्ड बनाया था. इस बार पिछले 21 दिनों में 12 किलोमीटर की रफ्तार से पछुआ हवा चली. हालांकि, सोमवार को हवा नहीं चली, लेकिन कनकनी से लोग परेशान रहे. सुबह में घना कोहरा छाया हुआ था. वाहन एक-दूसरे के पीछे रेंगते नजर आये.
एक बार फिर लोगों को दिन भर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए. ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव व हीटर का सहारा लिए रहे. ठंड से बचाव के लिए प्रशासन के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. भीषण ठंड से पशु-पक्षियों का हाल भी बेहाल है.
पश्चिमी विक्षोभ फिर देगा झटका : मौसम वैज्ञानी डॉ एसएन पांडेय की माने तो साइबेरिया से आयी हवाओं ने जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक और विक्षोभ तैयार किया है. यह विक्षोभ एक बार और ठंड को बढ़ायेगा. तीन दिनों के भीतर इसके गुजरने के आसार बने हुए हैं. सोमवार को अधिकतम तापतान 14.6 तथा न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि आर्द्रता घट कर 88 फीसदी रहा.