चारा घोटाला : लालू को सजा मिलते ही उनके पैतृक गांव से ससुराल तक मायूसी

गोपालगंज : चारा घोटाले के एक और मामले में राजद सुप्रीमो व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद उनके पैतृक गांव फुलवरिया से लेकर ससुराल सेलारकला तक मायूसी छा गयी. इस बार भी उन्हें सजा से बचाने के लिए सोमवार से ही पूजा-अर्चना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2018 7:31 PM

गोपालगंज : चारा घोटाले के एक और मामले में राजद सुप्रीमो व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद उनके पैतृक गांव फुलवरिया से लेकर ससुराल सेलारकला तक मायूसी छा गयी. इस बार भी उन्हें सजा से बचाने के लिए सोमवार से ही पूजा-अर्चना की जा रही थी, लेकिन लालू सजा से नहीं बच पाये. चारा घोटाले के एक मामले में जैसे ही उन्हें पांच साल की सजा सुनायी गयी, वैसे ही गांव में लोगों की आंखें नम हो गयीं.

इससे पहले पूरे दिन पल-पल की जानकारी के लिए लोग टीवी वह रेडियो पर चिपके रहे. लोगों को यह उम्मीद थी कि इस मामले में वे जरूर बरी हो जायेंगे. लेकिन, अदालत ने उन्हें बुधवार को ही दोषी ठहराया और उसी दिन सजा सुना दी. हालांकि, इस बार लोग अदालत के इस फैसले पर कोई भी टिप्पणी देने से बचते रहे. लालू यादव के पैतृक आवास पर भी पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा.

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वहीं, उनके ससुराल सेलार कला में भी पूरे दिन मायूसी छायी रही. गांव के लोग कहते हैं कि उनके बढ़ते राजनीतिक ताकत के कारण फंसाया गया है, ताकि उनके रास्ते में वे रोड़ा ने बन सकें.

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