पुलिस की नाक के नीचे से 1.68 करोड़ की मूर्तियां चुरा ले गये चोर

गोपालगंज : फुलवरिया थाना क्षेत्र में बेखौफ चोरों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए पुलिस की नाक के नीचे से अष्टधातू की आधा दर्जन मूर्तियों की चोरी कर ली. मूर्तियाें की कीमत 1.68 करोड़ की बतायी जा रही हैं. चोरी की घटना की सुबह में जानकारी होने के बाद क्षेत्र के लोग आक्रोशित हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2018 5:35 PM

गोपालगंज : फुलवरिया थाना क्षेत्र में बेखौफ चोरों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए पुलिस की नाक के नीचे से अष्टधातू की आधा दर्जन मूर्तियों की चोरी कर ली. मूर्तियाें की कीमत 1.68 करोड़ की बतायी जा रही हैं. चोरी की घटना की सुबह में जानकारी होने के बाद क्षेत्र के लोग आक्रोशित हो उठे. उग्र लोग पुलिस पिकेट की सामने प्रदर्शन करने लगे. घंटों पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. वरीय अधिकारियों के प्रयास पर किसी तरह लोगों को शांत कराया जा सका.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि फुलवरिया थाना क्षेत्र के कोयलादेवा स्थित पुलिस पिकेट के सामने श्रीराम जानकी मंदिर स्थित है, जिसका निर्माण वर्ष 1880 में कराया गया था. उस समय तत्कालीन हथुआ राज के सहयोग से अष्टधातु की बनी आधा दर्जन भगवान की मूर्तियों को स्थापित किया गया था. तब से लेकर इस मंदिर में कोयलादेवा के ही संतोष तिवारी पूजा-अर्चना करते चले आ रहे है. गुरुवार की शाम वो भगवान को भोग लगाने के बाद मंदिर का दरवाजा बंद कर घर सोने चले गये.

सुबह छह बजे जब वह मंदिर की साफ-सफाई शुरू करने आये तो देखा कि मंदिर का दरवाजा खुला है और वहां रखी सभी मूर्तियां गायब हैं. इसकी सूचना उन्होंने स्थानीय लोगों को दी. देखते-ही-देखते वहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. वहीं आक्रोशित लोगों ने पुलिस पिकेट के सामने पुलिस की कार्यशैली को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी और मामले की छानबीन शुरू कर दी. स्थानीय लोगों का आरोप था कि जब पुलिस के जवान पुलिस पिकेट पर तैनात रहते हैं, तो पिकेट के सामने स्थित मंदिर से भगवान की मूर्तियां कैसे चोरी हो गयीं. लोगों ने यह भी मांग रखी कि कोयलादेवा पुलिस पिकेट को पूर्व की तरह ओपी का दर्जा दिया जाये ताकि पुलिस यहां गश्त कर ऐसी घटनाओं पर लगाम लग सके.

वहीं, थानाध्यक्ष प्रेम प्रकाश राय ने बताया कि पुजारी के बयान पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

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