वृद्धा की जुबान और होंठ काटने वालों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

तीन घंटे की मशक्कत के बाद हाथ आये दोनों अपराधी, वृद्धा ने पहचाना मामले में एक और नाम आया सामने, पूछताछ जारी भोरे : क्रूरता को पीछे छोड़ते हुए कटहल चोरी करने से मना करने पर वृद्धा के होंठ और जुबान काटने वाले दोनों शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2018 5:47 AM

तीन घंटे की मशक्कत के बाद हाथ आये दोनों अपराधी, वृद्धा ने पहचाना

मामले में एक और नाम आया सामने, पूछताछ जारी
भोरे : क्रूरता को पीछे छोड़ते हुए कटहल चोरी करने से मना करने पर वृद्धा के होंठ और जुबान काटने वाले दोनों शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी है. इस मामले में एक और नाम सामने आया है. उसकी तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गयी है. पुलिस ने दोनों को फुलवरिया थाने के गिदहां गांव से तीन घंटे के कड़े मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया है. पकड़े गये दोनों शातिर चाचा – भतीजा बताये जा रहे हैं. वहीं वृद्धा सोमरिया देवी ने दोनों की पहचान कर ली है. पुलिस की गिरफ्त में आये संजय मल्लिक और मुन्ना मल्लिक ने पुलिस को दिये बयान में अपने एक और साथी के नाम का खुलासा किया है जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस ने इस कांड के उद्भेदन करने की दावा की है.
कटहल चोरी करने से मना किया, तो काट ली थी जुबान : शनिवार की रात कटेया थाना क्षेत्र के मगहिया गांव निवासी स्व. ठग सिंह की पत्नी सोमरिया देवी, भोरे थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव स्थित अपने बथान पर सोयी थी जहां कटहल का पेड़ लगा है. रात के लगभग 1.30 बजे सोमरिया देवी को अपने बथान में कुछ आहट महसूस हुई. इस पर उसने आवाज लगायी, उसकी आवाज को सुन कर पकड़े और पहचाने जाने के भय चोरी करने आये दोनों शातिरों ने पहले उसकी जमकर पिटाई की, बाद में पास रखे चाकू से सोमरिया देवी की जुबान और होंठ काट डाले. बेहोश हो चुकी सोमरिया देवी को पास ही स्थित नहर में फेंक दिया.
मरा हुआ समझ कर नहर में फेंका : सोमरिया देवी जब बेहोश हो गयी, तो उसे मरा हुआ समझ कर नहर फेंक दिया गया. सुबह परिजनों को सोमरिया देवी के मरे होने की सूचना मिली थी लेकिन वहां जाने पर पता चला कि वो मरी नहीं जिंदा है. उसे तुरंत ही भोरे रेफरल अस्पताल लाया गया. लेकिन वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसे यह कह कर वापस कर दिया कि मामला कटेया थाने का है. उसके बाद परिजन उसे कटेया रेफरल अस्पताल ले गये.
मोबाइल ट्रैकिंग में धराये दोनों अपराधी : मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राशिद जमां ने कांड के अनुसंधानकर्ता मनीष कुमार और थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह को दोनों अपराधियों को हर हाल में गिरफ्तार करने का आदेश दिया. आदेश के बाद सक्रिय हुई एक टीम गठित की. पुलिस के सामने यह चुनौती थी कि दोनों की कोई पहचान उसके पास नहीं थी. इसके लिए टेक्निकल सेल की टीम को साथ लेकर पुलिस ने दोनों के मोबाइल फोन को ट्रेस करना शुरू किया. लोकेशन के आधार पर पुलिस ने दोनों को गिदहां गांव के पपास से धर दबोचा. पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि सिर्फ चोरी करने से मना करने पर ही घटना को अंजाम दिया गया. फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.

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