अल्लाह की इबादत में गुजरी पहली शब-ए-कद्र की रात
हजार महीनों में अफजल मानी जाती है शब-ए-कद्र की रात आज होगी शब-ए-कद्र की दूसरी रात पूरी रात जग रोजेदारों ने की खुदा की इबादत गोपालगंज : बुधवार की रात माह रमजान की पहली शब-ए-कद्र की रात मनायी गयी. रोजेदारों ने अपने घर व मस्जिद में रात भर इबादत की. कुरान की रात भर तिलावत […]
हजार महीनों में अफजल मानी जाती है शब-ए-कद्र की रात
आज होगी शब-ए-कद्र की दूसरी रात
पूरी रात जग रोजेदारों ने की खुदा की इबादत
गोपालगंज : बुधवार की रात माह रमजान की पहली शब-ए-कद्र की रात मनायी गयी. रोजेदारों ने अपने घर व मस्जिद में रात भर इबादत की. कुरान की रात भर तिलावत की. रात भर मस्जिदों में तसवीह, तहलील एवं इबादत होती रही. रमजान माह की फजीलत व बरकत तथा मानव जीवन में इसकी अहमियत के बारे में विशेष रूप से उलेमाओं ने बेशकीमती तकरीर भी पेश की. शब-ए-कद्र की रात जामा मस्जिद, दरगाह शरीफ, जंगलिया मस्जिद, मरकजी मस्जिद, सरेया, इंदरवां एबादुल्लाह आदि की मस्जिदों में नजारा देखते ही बन रहा था. शब-ए-कद्र की रात की हैसियत हजार महीने तक इबादत करने से भी बेहतर है.
इसलिए रमजान महीने के 21वें रोजा से लेकर 29वीं रात को शब-ए-कद्र की रात के रूप में मनाया जाता है. शब-ए-कद्र की रातों में सबसे अहम 27वीं की रात मानी जाती है. इस दिन रोजेदार पूरी रात जग कर सुबह सहरी तक घरों व मस्जिदों में खूब इबादत करते हैं.
गुनाहों से तोबा करना चाहिए : इमाम
शब-ए-कद्र में खास तौर से ये दुआ मांगनी चाहिए कि एे अल्लाह तू माफ करनेवाला है. आप माफी को पसंद करते हैं. मुझे भी माफ फरमा दे. इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि ऐसी मुबारक रात में भी मां-बाप की नाफरमानी करनेवाले, कीना (क्रोध को दिल के अंदर न रखें) रखनेवाले, शराब पीने वाले, टखना (एड़ी के ऊपर वाला हिस्सा) के नीचे लिबास पहनने वाले की दुआएं कबूल नहीं होतीं. बड़ी बाजार के जामा मस्जिद के इमाम कहते हैं कि अधिकतर उलेमाओं की राय है कि शब-ए-कद्र की 27वीं रात सबसे अहम मानी जाती है.
ईद की तैयारियां शुरू बाजारों में रौनक
रमजान-उल-मुबारक माह के आखिर अशरे में अल्लाह की इबादत के साथ रोजेदार इफ्तार पार्टियां कर रहे हैं और रोजा खोलने के बाद शाम से देर रात तक अपने परिवार के साथ ईद की तैयारियों के लिए खरीदारी कर मार्केट को गुलजार कर रहे हैं. खरीदारी में युवतियां महंगे से महंगे काॅस्मेटिक की सामग्री के साथ स्टाइलिस्ट कपड़ों को तरजीह दे रही हैं. काॅस्मेटिक की दुकानों में युवतियां तरह-तरह की कंगन वाली चूड़ियां, मेहंदी, क्रीम, फेस पाउडर, आई लाइनर, मस्कारा, लिपस्टिक, फाउंडेशन ब्लीच, कंसीलर, काजल, बिंदिया खरीद रही हैं.