गोपालगंज : जदयू के जिला महासचिव को गोलियों से भून डाला

थाने के पास हुई वारदात मीरगंज (गोपालगंज) : जदयू के जिला महासचिव उपेंद्र सिंह को अपराधियों ने शुक्रवार की दोपहर गोलियों से छलनी कर दिया. घटना हथुआ थाने के कपरपुरा गांव की है. मृतक उपेंद्र सिंह की पत्नी नीलम देवी मटिहानी नैन पंचायत की मुखिया हैं. वारदात के पीछे राजनीतिक साजिश बतायी जा रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2018 6:54 AM

थाने के पास हुई वारदात

मीरगंज (गोपालगंज) : जदयू के जिला महासचिव उपेंद्र सिंह को अपराधियों ने शुक्रवार की दोपहर गोलियों से छलनी कर दिया. घटना हथुआ थाने के कपरपुरा गांव की है. मृतक उपेंद्र सिंह की पत्नी नीलम देवी मटिहानी नैन पंचायत की मुखिया हैं. वारदात के पीछे राजनीतिक साजिश बतायी जा रही है. मौके पर पहुंची हथुआ व मीरगंज थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेज दिया. उधर, जदयू नेता की हत्या की सूचना मिलते ही आक्रोशित लोगों ने मीरगंज शहर की दुकानें बंद करा दीं और पुलिस के खिलाफ सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.

आक्रोशित लोगों ने मीरगंज थाने में तोड़फोड़ भी की. वहीं, सदर अस्पताल में शव पहुंचने के बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. डीएम अनिमेष कुमार परासर, एडीएम डॉ शिव नारायण सिंह, एसपी नीरज कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने परिजनों को समझा कर शांत कराया. डीएम ने हत्या की उच्चस्तरीय जांच करने तथा वारदात में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ.

हत्या के विरोध में लोगों ने कराया बाजार बंद, सड़क जाम

जदयू नेता उपेंद्र सिंह के सीने में पांच गोलियां लगने की बात बतायी जा रही है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने से पहले सदर अस्पताल में एक्सरे कराया. सिर और सीने में गोलियां दिखने के बाद पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया. गोलियों को पुलिस फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेजेगी.

मीरगंज थाने में तोड़फोड़

हत्या के विरोध में आक्रोशित लोगों ने मीरगंज थाने में तोड़फोड़ की. थाने परिसर में रखी गयी कुर्सी, टेबल आदि को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया. थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से नोकझोंक भी हुई.

आक्रोशित लोगों का आरोप था कि पुलिस घटना के बाद विलंब से पहुंची. परिजनों ने कहा कि सीमा विवाद को लेकर मीरगंज और हथुआ थाने की पुलिस आपस में उलझी रही. तब तक अपराधी इलाके से फरार हो गये.

तीन साल पहले भी मारी गयी थी उपेंद्र को गोली

उपेंद्र सिंह तीन साल पहले भी अपराधियों के टारगेट पर थे. मीरगंज थाना क्षेत्र के सीवान-गोपालगंज एनएच-85 पर रानी बाग के समीप अपराधियों ने उपेंद्र को कंधे में गोली मारी थी. इस घटना में उपेंद्र की जान बच गयी थी. परिजनों ने बताया कि पत्नी के मुखिया बनने के बाद से ही उपेंद्र सिंह की जान को खतरा था.

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