गोपालगंज : …जब दो महिलाओं को मिला एक खाता नंबर, एक जमा करती रही तो दूसरी निकालती रही

गोविंद कुमार गोपालगंज : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की महम्मदपुर शाखा का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. बैंक ने एक ही नाम की दो महिलाओं को अलग-अलग अकाउंट नंबर के स्थान पर एक ही अकाउंट नंबर दे दिया. एक महिला अकाउंट में पैसे जमा करती रही तो दूसरी अकाउंट से पैसे निकालती रही. मामले की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2018 8:13 AM
गोविंद कुमार
गोपालगंज : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की महम्मदपुर शाखा का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. बैंक ने एक ही नाम की दो महिलाओं को अलग-अलग अकाउंट नंबर के स्थान पर एक ही अकाउंट नंबर दे दिया. एक महिला अकाउंट में पैसे जमा करती रही तो दूसरी अकाउंट से पैसे निकालती रही. मामले की शिकायत बैंक के वरीय अधिकारियों के पास पहुंचने पर मैनेजर ने आनन-फानन में एक अकाउंट को बंद कर दिया है.
महम्मदपुर निवासी विद्या प्रसाद की पत्नी शांति देवी का अकाउंट सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में खुला था. शांति देवी को अकाउंट नंबर 3642420537 दिया गया. महिला ने 88 हजार 500 रुपये अपने अकाउंट में जमा किये.
दूसरी ओर अमरपुरा निवासी सोनालाल महतो की पत्नी शांति देवी का अकाउंट भी इसी शाखा में खुला है और उसे भी अकाउंट नंबर 3642420537 ही मिला है. शांति ने अकाउंट में अचानक रुपये आते देख एटीएम के माध्यम से 28 दिसंबर 2017 को 40 हजार रुपये और 24 अप्रैल 2018 को 48 हजार 500 रुपये निकाल लिये. उधर, विद्या प्रसाद की पत्नी ने खाते से रुपये गायब होने की शिकायत बैंक से की.
टेक्निकल सेल ने पकड़ी गड़बड़ी
महिला की शिकायत के बाद बैंक ने जांच की. जांच में मामला सामने नहीं आया. फिर हेडक्वार्टर ने मामले की जांच टेक्निकल सेल को सौंपी. टेक्निकल सेल ने मामले की जांच में डबल खाता नंबर होने का खुलासा किया. बैंककर्मियों की लापरवाही के कारण यह समस्या होने की बात बतायी गयी.
बैंक ने झाड़ा पल्ला, दे रहा समझौते की सलाह
अब बैंक अधिकारी अपनी चूक पर पर्दा डालने और दोनों महिलाओं के परिजनों को गांव में आपसी समझौता कर लेने की बात कर पल्ला झाड़ने में लगे हैं.
परिजनों ने कहा कि छह माह से मुजफ्फरपुर और पटना में चक्कर लगाने के बाद 80% रुपये ही रिकवर हो पाये हैं. वहीं, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की महम्मदपुर शाखा के मैनेजर एनके मिश्रा ने कहा कि चूक होने के कारण एक ही नंबर दो खाताधारकों को दे दिया गया था. उस समय मैं यहां मैनेजर नहीं था. मामला सामने आने पर पैसा रिकवर कराया जा रहा है. एक अकाउंट को तत्काल बंद कर दिया गया है.

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