रिश्वत में एलईडी टीवी मांगने वाला एएसआई निलंबित, ऑडियो हुआ था वायरल
गोपालगंज : बिहार में गोपालगंज के सिधवलिया थाने में तैनात एएसआई के रिश्वत में एलईडी टीवी मांगने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान ने उन्हें निलंबित कर दिया. साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो की जांच का आदेश दिया गया है. एएसआई द्वारा मोबाइल पर आरोपित की गिरफ्तारी करने के लिए […]
गोपालगंज : बिहार में गोपालगंज के सिधवलिया थाने में तैनात एएसआई के रिश्वत में एलईडी टीवी मांगने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान ने उन्हें निलंबित कर दिया. साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो की जांच का आदेश दिया गया है. एएसआई द्वारा मोबाइल पर आरोपित की गिरफ्तारी करने के लिए एलईडी टीवी की मांग किये जाने की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
कार्रवाई की जानकारी देते हुए पुलिस कप्तान ने बताया कि ऑडियो के वायरल होने की बात सामने आते ही तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की गयी है. ऑडियो की सत्यता की जांच की जा रही है. ऑडियो के फेक होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है. गोपालगंज जिले में हाल के दिनों में पुलिस अधिकारियों का रिश्वत मांगने का यह यह चौथा मामला सोशल मीडिया के जरिये सामने आया है. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सभी मामले में कार्रवाई हो चुकी है, हाल ही में नगर थाने के सब इंस्पेक्टर अरुण सिंह का रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान राशिद जमां ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया एवं विभागीय जांच का आदेश दिया है.
केस-1
छह नवंबर को नगर थाने में तैनात दारोगा अरुण कुमार सिंह का 12 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल हुआ था. पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराया. मामला सही पाये जाने पर दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया.
केस-2
30 सितंबर बैकुंठपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष लक्ष्मीकांत महतो, एएसआई सुधीर कुमार का शराब के धंधेबाजों के साथ साठ-गांठ होने का वीडियो व ऑडियो वायरल हुआ. एसपी ने जांच की. दोषी पाये जाने पर निलंबित करने के बाद इन्हें बर्खास्त कर दिया गया.
केस-3
भोरे थाने के एएसआइ राज भरत प्रसाद का वीडियो वायरल हुआ था. चरित्र प्रमाणपत्र बनवाने के लिए पैसे मांगने के आरोप में भोरे थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच करने के बाद मामला सही पाये जाने पर एएसआइ को निलंबित किया था.
विभागीय जांच में दोषी मिले तो होगी दंड : एसपी
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही कार्रवाई शुरू की गयी है. अब विभागीय जांच में अगर दोषी पाये जाते है तो निश्चित रूप से दंड तय की जायेगी. (राशिद जमां, पुलिस अधीक्षक, गोपालगंज)