मिशन 2019 : गोपालगंज सीट पर जदयू का दावा भी कम नहीं, भाजपा के जनक राम को फिर टिकट मिलने का भरोसा

गोपालगंज में इस बार दोनों खेमों में आधा दर्जन दल दावेदार पटना : गोपालगंज लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए और महागठबंधन के भीतर आधा दर्जन पार्टियां दावा पेश कर रही हैं. मौजूदा सांसद भाजपा के जनक राम को अपनी सीट और टिकट मिलने पर भरोसा है, तो एनडीए की दूसरी बड़ी पार्टी जदयू का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2019 7:20 AM

गोपालगंज में इस बार दोनों खेमों में आधा दर्जन दल दावेदार

पटना : गोपालगंज लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए और महागठबंधन के भीतर आधा दर्जन पार्टियां दावा पेश कर रही हैं. मौजूदा सांसद भाजपा के जनक राम को अपनी सीट और टिकट मिलने पर भरोसा है, तो एनडीए की दूसरी बड़ी पार्टी जदयू का भी दावा है. जदयू समर्थकों का मानना है कि एनडीए के भीतर यह सीट जदयू को दी जा सकती है. दरअसल, राज्य की 40 सीटों में छह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.

इनमें से तीन पर लोजपा का कब्जा है और गोपालगंज समेत बाकी की तीन सीटें भाजपा की झोली में हैं. जदयू के पास अभी एक भी सुरक्षित सीट नहीं है. ऐसे में जदयू का दावा जिन दो सुरक्षित सीटो पर हैं, उनमें एक गोपालगंज की भी सीट है. पार्टी यहां मजबूत उम्मीदवार उतारने की कोशिश में है.

मांझी के चुनाव लड़ने के भी लगाये जा रहे हैं कयास

महागठबंधन में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के चुनाव लड़ने के भी कयास लगाये जा रहे हैं. दूसरी ओर महागठबंधन के भीतर यूपी करीब होने के कारण गोपालगंज की सीट पर बसपा के उम्मीदवार उतारे जाने की भी चर्चा है. अगर रालोसपा को सीट जाती है तो पूर्व मंत्री दसई चौधरी यहां से उम्मीदवार हो सकते हैं.

हालांकि, अब तक किसी दल ने अपने उम्मीदवार का पता नहीं खोला है. उम्मीद तो यह जतायी जा रही है कि फरवरी के पहले सप्ताह में ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.

परिसीमन में यह सीट सुरक्षित में बदल गयीगोपालगंज संसदीय सीट से काली पांडेय से लेकर,

रघुनाथ झा, साधु यादव और जदयू के नेता पूर्णमासी राम सांसद निर्वाचित हुए हैं. 1977 के चुनाव में द्वारिकानाथ तिवारी की जीत हुई है. परिसीमन में यह सीट सुरक्षित सीट में बदल गयी है़ 2009 के लोकसभा चुनाव में गोपालगंज की सीट पर जदयू का कब्जा रहा था़ पूर्णमासी राम यहां से सांसद निर्वाचित हुए़ 2014 के चुनाव में भाजपा और

जदयू अलग-अलग हो गये. पूर्णमासी राम कांग्रेस में शामिल हो गये और वाल्मीकि नगर सीट से उम्मीदवार हो गये़ इधर, जदयू ने विधायक रहे अनिल कुमार को

अपना उम्मीदवार बनाया़ कांग्रेस ने ज्योति को मैदान में उतारा़

जनक राम को मिले थे चार लाख से अधिक वोट

भाजपा उम्मीदवार जनक राम को चार लाख 78 हजार से अधिक वोट मिले थे. कांग्रेस की प्रत्याशी डाॅ ज्योति एक लाख 98 हजार वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहीं. वहीं, जदयू उम्मीदवार अनिल कुमार को एक लाख से अधिक वोट आये़ द्वारिकानाथ तिवारी के बाद हर बार नये उम्मीदवारों पर जनता ने भरोसा जताया.

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