गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज में मंगलवार को हथुआ विधानसभा क्षेत्र के बड़कागांव स्थित आदर्श मुक्ति हाइस्कूल के खेल मैदान में सूबे के डिप्टी सीएम व भाजपा नेता सुशील मोदी ने एक चुनाव सभा के दौरान कहा कि एनडीए के शासन में घर-घर व हर खेत तक बिजली पहुंची है. सरकार ने विकास के नये आयाम बनाये हैं. इस चुनाव में देश की सुरक्षा ही बड़ा मुद्दा है. जनता यह तय करे कि वह ठगी, काला धन, अशांति फैलाने वालों के साथ रहेगी या देश को विकास पर ले जानेवाले एनडीए के साथ.
सुशील मोदी ने गोपालगंज लोकसभा संसदीय क्षेत्र के एनडीए प्रत्याशी डॉ आलोक कुमार सुमन के समर्थन में मतदान करने के लिए लोगों से अपील की. एनडीए के नेताओं ने उनका स्वागत फूल-मालाओं से किया. डिप्टी सीएम ने कहा कि गोपालगंज को बेतिया से सीधे जोड़ने का काम एनडीए की सरकार ने ही किया है. गोपालगंज से मुजफ्फरपुर को जोड़ने के लिए सत्तर घाट पर महासेतु का निर्माण चल रहा है, जो बहुत जल्द ही चालू कर लिया जायेगा. उन्होंने लोगों से सवाल किया कि अब जिले में कोई काम नहीं बचा होगा. अगर बच भी गया हो तो डॉ आलोक कुमार सुमन को लिख कर दे दीजिए, काम पूरा हो जायेगा.
पीएम की कुशल नीति से वैश्विक आतंकी घोषित हुआ मसूद
डिप्टी सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश से वादा किया है कि देश नहीं मिटने दूंगा, देश नहीं झूकने दूंगा. उन्होंने यूपीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनके शासन में आंतकी हमले होने के बाद केवल गिड़गिड़ाने का काम करते रहे. जब केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया गया. पीएम ने देश की सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दे दी. पीएम की सूझबूझ का ही नतीजा है कि आंतकी सरगना मसूद अजहर वैश्विक आतंकी घोषित किया गया.
आर्थिक आधार पर सरकार ने दिया आरक्षण का लाभ
आरक्षण को कोई नहीं हटा सकता. देश की उच्च जातियों को आर्थिक आधार पर सरकार ने आरक्षण देने का काम किया है. चुनाव सभा की अध्यक्षता जदयू के जिलाध्यक्ष प्रमोद पटेल व संचालन भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने किया. सभा में विधायक सह सचेतक रामसेवक सिंह, महाराजगंज के जदयू विधायक हेमनारायण साह, कुचायकोट के विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय, एमएलसी आदित्य नारायण पांडेय, लोजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मदेव सिंह कुशवाहा, सतीश सिंह, ललन मांझी, पूर्व विधायक आचार्य विश्वनाथ बैठा, डॉ इंद्रदेव मांझी, राजू चौबे, मंटू गिरी, अमरेश राय, पारस नाथ सिंह, मकसुदन सिंह कुशवाहा, संजय चौहान, परशुराम गुप्ता आदि थे.