गोपालगंज : कुचायकोट की सीडीपीओ व आंगनबाड़ी की पर्यवेक्षिकाओं को डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने नोटिस थमाया है. कुचायकोट के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बड़े पैमाने पर धांधली उजागर होने के बाद डीएम ने स्पष्ट कर दिया है कि सीडीपीओ से लेकर आंगनबाड़ी केंद्रों के कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. साथ ही उनसे राशि भी रिकवर करायी जायेगी. डीएम की सख्ती से विभाग में हड़कंप मच गया है. ध्यान रहे कि एक जून को कुचायकोट परियोजना में आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच जिलास्तरीय टीम से करायी गयी थी.
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कुचायकोट की सीडीपीओ व आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिकाओं को डीएम ने िदया नोटिस
गोपालगंज : कुचायकोट की सीडीपीओ व आंगनबाड़ी की पर्यवेक्षिकाओं को डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने नोटिस थमाया है. कुचायकोट के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बड़े पैमाने पर धांधली उजागर होने के बाद डीएम ने स्पष्ट कर दिया है कि सीडीपीओ से लेकर आंगनबाड़ी केंद्रों के कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. साथ ही उनसे राशि भी […]
डीएम ने टीम के अधिकारियों को जांच के लिए अलग-अलग पंचायतों की जिम्मेदारी सौंपी थी. अधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचकर जांच की. वहीं जांच तिथि को जांच पदाधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट डीएम को भेज दी. प्राप्त रिपोर्ट पर गड़बड़ी वाले आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका और सहायिका पर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसी बीच सोमवार की शाम डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच की समीक्षा की.
केंद्र संचालन को लेकर कुचायकोट की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के साथ-साथ सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं से भी उनके कार्यों एवं केंद्र की गड़बड़ियों की जानकारी ली गयी. डीएम ने कहा कि जांच टीम के सभी अधिकारी अपनी जांच रिपोर्ट में सही वस्तु स्थिति का स्पष्ट रूप से उल्लेख करें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके. कुचायकोट परियोजना में लगभग 423 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. इन आंगनबाड़ी केंद्रों में कुल 84 की जांच करायी गयी.
प्रभात खबर के समाचार पर डीएम ने लिया संज्ञान
कुचायकोट प्रखंड में टीएचआर की राशि का उठाव करने के बाद उसे नहीं बांटने की खबर प्रभात खबर ने 20 मई के अंक में प्रकाशित किया था. इस समाचार को गंभीरता से लेकर डीएम ने जांच का आदेश दिया था. बता दें कि कुपोषण मिटाने के लिए कुपोषित बच्चों को मिलने वाला पुष्टाहार भी भ्रष्टाचार का शिकार होकर रह गया. कुचायकोट में विभागीय सेटिंग की बदौलत कम राशि होने के बाद भी कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों को टीएचआर बांटने के लिए राशि आवंटित की गयी.
सेविकाओं ने राशि का उठाव कर लिया. फिर भी लाभुक इससे अब तक वंचित थे. टीएचआर का पुष्टाहार कुपोषितों के बीच नहीं बांटा गया. लगभग 27 लाख रुपये की निकासी की गयी है. कुचायकोट में विभाग की तरफ से 261 से 398 के केंद्र संख्या के आंगनबाड़ी केंद्रों को राशि दी गयी. बीच-बीच में एक से 260 के बीच में भी कई आंगनबाड़ी केंद्रों को टीएचआर की राशि दी गयी है. प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को लगभग 20160 की राशि देनी है.
आंगनबाड़ी केंद्रों की इन अधिकारियों ने की थी जांच
जांच टीम अपर समाहर्ता लोक शिकायत कुमार अनिल सिन्हा के नेतृत्व में जांच की थी. जांच अधिकारियों में मुख्य रूप से जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आलोक कुमार गौतम, जिला पंचायत राज पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, स्थापना उप-समाहर्ता उपेन्द्र कुमार पाल, डीआरडीए निदेशक जनार्धन प्रसाद सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी संघमित्रा वर्मा, डीपीओ अनिल द्विवेदी, धनंजय पासवान, राघवेंद्र मणि त्रिपाठी, पूनम चौधरी, जिला परिवहन पदाधिकारी प्रमोद कुमार, हथुआ एसडीओ, कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए पहल की जा रही है.
पहले गड़बड़ी वाले केंद्रों की सेविकाओं से जवाब तलब किया गया.
डीपीओ कार्यालय के बाबू निलंबित
समाज कल्याण विभाग के डीपीओ संगीता कुमारी की सितंबर 2018 में डेंगू से मौत हो गयी थी. उनके सेवालाभांत की राशि देने संबंधी फाइल को दबाकर रखने के मामले को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से दोषी बाबू श्याम बिहारी सहाय को निलंबित करते हुए हथुआ में योगदान करने का आदेश दिया है. डीएम ने इसे काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
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