62 वर्ष का रिकॉर्ड टूटा, अप्रैल-मई में नहीं हुई बारिश

गोपालगंज : मौसम ने 62 वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. इससे पूर्व 1958 में अप्रैल और मई में बारिश नहीं हुई थी. तब भी मॉनसून 30 जून के बाद आया था. धान की फसल को क्षति हुई थी. उसी प्रकार इस वर्ष भी इन दो माह के बीच बारिश नहीं हुई है. राहत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2019 5:45 AM

गोपालगंज : मौसम ने 62 वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. इससे पूर्व 1958 में अप्रैल और मई में बारिश नहीं हुई थी. तब भी मॉनसून 30 जून के बाद आया था. धान की फसल को क्षति हुई थी. उसी प्रकार इस वर्ष भी इन दो माह के बीच बारिश नहीं हुई है. राहत इस बात की है कि पूर्वी हवा के बीच बादलों की आवाजाही बनी हुई है. बंगाल की खाड़ी से हवा नमी लेकर आ रही है, जिससे इन दिनों ऊमस भरी गर्मी पड़ रही है. पारा भी सामान्य से दो डिग्री अधिक होने से मौसम काफी उबाऊ साबित हो रहा है. गुरुवार को दिन चढ़ते ही गर्म हवाओं के झोंके और बादलों की आवाजाही के बीच लोग तपन महसूस करते रहे.

कोल्‍ड ड्रिंक और लस्‍सी की दुकानों पर दिन भर भीड़ देखी जा सकती है. बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से 1.1 डिग्री अधिक था. वहीं न्‍यूनतम पारा 31.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्‍य से 4.3 डिग्री अधिक रहा. आर्द्रता बढ़कर 35 से 85 फीसदी के बीच हो गयी. अगले दो दिनों तक बादलों की आवाजाही रहेगी. बादलों के ठहरने पर बूंदा-बांदी के भी संकेत हैं.
अभी गर्मी झेलने को रहें तैयार : मौसम विज्ञानियों के अनुसार बारिश दूर होने की वजह से पारा चढ़ा है. आने वाले दिनों में गर्मी का असर पूर्ववत रहेगा. पूर्वी हवा के जोर पकड़ने के कारण थोड़ी राहत मिल सकती है. हालांकि यह राहत अस्‍थाई ही होगी. बंगाल की खाड़ी को पूर्वी हवा के झकझोरने के कारण बादलों की आवजाही बन रही.
माॅनसून ने बनायी दूरी : मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि गोपालगंज में अमूमन 15 जून के आसपास मॉनसून अपनी उपस्थिति दर्ज कराता रहा है, लेकिन इस बार मॉनसून अभी तक अपने तय समय से करीब दस दिन पीछे चल रहा है. यही स्थिति रही तो 28 जून तक मॉनसून आ सकता है. मॉनसून की सक्रियता कम रहने से खरीफ फसलों का उत्‍पादन भी प्रभावित हो सकता है.

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