153 जवान करेंगे तटबंध की सुरक्षा

गोपालगंज : नारायणी नदी के संभावित बाढ़ से निबटने के लिए डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने हर स्तर पर अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. अब व्हाट्एसप ग्रुप से तटबंधों की सुरक्षा की मॉनीटरिंग होगी. जिले के बाढ़ प्रभावित अंचलों में तटबंधों की सुरक्षा को लेकर जहां प्रत्येक एक किमी पर एक होमगार्ड जवान की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2019 6:55 AM

गोपालगंज : नारायणी नदी के संभावित बाढ़ से निबटने के लिए डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने हर स्तर पर अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. अब व्हाट्एसप ग्रुप से तटबंधों की सुरक्षा की मॉनीटरिंग होगी. जिले के बाढ़ प्रभावित अंचलों में तटबंधों की सुरक्षा को लेकर जहां प्रत्येक एक किमी पर एक होमगार्ड जवान की तैनाती की गयी है, वहीं प्रत्येक 10 किमी पर कैंप बनाया गया है.

प्रत्येक कैंप पर एक कनीय अभियंता की तैनाती की गयी है, जो अपने क्षेत्र के 10 किमी के तटबंधों पर नजर रखेंगे. होमगार्ड के जवान 24 घंटे तटबंध की निगरानी करेंगे. होमगार्ड जवानों को छह-छह घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी करनी होगी.
सुबह में अपने कैंप से तटबंधों की मॉनीटरिंग के लिए निकलने से पूर्व सभी होमगार्ड जवान जेइ के साथ अपनी तस्वीर जिला प्रशासन को भेजेंगे. तटबंध की सुरक्षा में तैनात जेइ व होमगार्ड जवानों को सुबह-शाम दोनों समय अपनी तस्वीर व्हाट्सएप ग्रुप में भेजनी होगी. प्रतिदिन तटबंध की स्थिति की रिपोर्ट जेइ को स्वयं भेजने की जिम्मेदारी दी गयी है. जिला प्रशासन के द्वारा तटबंधों की सुरक्षा को लेकर अलग-अलग पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है, ताकि तटबंध में कही दरार की स्थिति बनती है तो ससमय मरम्मती कर ठीक कराया जा सके.
बाढ़ से बचाव को लेकर 30 जून को होगी कार्यशाला
संभावित बाढ़ की स्थिति से निबटने को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. वहीं, बाढ़ से बचाव को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है. डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने आगामी 30 जून को 11 बजे से समाहरणालय के सभा कक्ष में आयोजित कार्यशाला में एसपी, डीडीसी, अपर समाहर्ता, एसडीओ, एसडीपीओ, समाहरणालय के सभी शाखाओं के प्रभारी पदाधिकारी, सभी वरीय उपसमाहर्ता, डीएओ, डीएसओ, सीओ, थानाध्यक्ष, कार्यपालक अभियंता जलसंसाधन, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा, पशुपालन, एनडीआरएफ, पीएचइडी, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, भवन निर्माण, पथ निर्माण, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, राज्य खादी निगम, वन प्रमंडल, जिला कल्याण, जिला प्रोग्राम सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को उपस्थित होने का निर्देश दिया है. कार्यशाला में बाढ़ की संभावित स्थिति से निबटने को लेकर तकनीकी जानकारी दी जायेगी. वहीं पदाधिकारी बाढ़ के दौरान के अपने अनुभवों को साझा करेंगे.

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