गोपालगंज : सर्पदंश से तीन लोगों की मौत, पांच भर्ती

गोपालगंज : बारिश के साथ सर्पदंश की घटनाएं भी बढ़ गयी है. पिछले 24 घंटे में आठ लोग सर्पदंश के शिकार हुए. इसमें तीन की मौत हो गयी, जबकि पांच लोगों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. सर्पदंश की घटना से पीड़ित लोगों के घरों में जहां कोहराम मचा हैं, वहीं लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2019 2:00 AM

गोपालगंज : बारिश के साथ सर्पदंश की घटनाएं भी बढ़ गयी है. पिछले 24 घंटे में आठ लोग सर्पदंश के शिकार हुए. इसमें तीन की मौत हो गयी, जबकि पांच लोगों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. सर्पदंश की घटना से पीड़ित लोगों के घरों में जहां कोहराम मचा हैं, वहीं लोगों में दहशत है.

अस्पताल सूत्रों ने बताया कि फुलवरिया थाना क्षेत्र के भागवत परसा गांव के गुड्डू राय की पत्नी रेशमी देवी (40 वर्ष) मंगलवार को अपने घर में सफाई कर रही थी इसी दौरान कोबरा(गेहूंवन) ने डंस दिया. उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां लेट हो जाने के कारण उसकी मौत हो गयी. वहीं, सिधवलिया थाना के सिकटिया गांव के भगवान राय की 16 वर्षीय पुत्री निशा कुमारी को सांप ने डस लिया. उसकी इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान मौत हो गयी.
वहीं, कुचायकोट थाने के रुपछाप गांव के विधनंद ठाकुर की पत्नी आशा देवी (25 वर्ष) का सर्पदंश के इलाज के दौरान मंगलवार को सदर अस्पताल में मौत हो गयी. इंद्रवां गांव के अदनाल अहमद की पुत्री आरजू खातून, जादोपुर के रामप्रसाद, उचकागांव थाने के पाखोपाली की इशरत जहां, बरौली के पवन कुमार तथा भोरे थाने के भरपुरवां गांव के रामयादव गुप्ता की पत्नी सोनामति देवी को सांप के डसने के बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने इनको खतरे से बाहर बताया है.
सलाह : सर्पदंश से घबराएं नहीं तीन घंटे तक नहीं होगी मौत
गोपालगंज : प्रमुख चिकित्सक डॉ ओपी तिवारी की मानें तो सर्पदंश के बाद अंग के आसपास किसी भी प्रकार का कट नहीं लगाएं, टेटनेस हो सकता है. कपड़ा या धागा बांधते समय थोड़ा गैप रखें.
कपड़ा या धागा टाइट बांधने पर अंग काटने की स्थिति भी बन सकती है. घाव को पानी से साफ कर लें. तनाव बिल्कुल भी नहीं लें. जिस अंग पर सांप ने डसा है, उसे स्थिर रखने का प्रयास करें. हो सके तो सांप का फोटो खींच लें. ओझा-गुनी व तांत्रिक के चक्कर में न पड़ें.सांप के दो दांत हैं. इनमें जहर है जो शरीर के मांस के अंदर घुस जाते हैं.
खून में वह अपना जहर छोड़ देता है. ये जहर ऊपर की तरफ जाता है. वाराणसी सुपर स्पेस्लिटी अस्पताल के डॉ प्रवीण त्रिपाठी की मानें तो सांप हाथ या पैर पर डस लिया तो फिर जहर दिल की तरफ जायेगा. उसके बाद पूरे शरीर में पहुंचेगा. ऐसे ही अगर पैर पर काट लिया तो फिर ऊपर की ओर दिल की तरफ जायेगा और फिर पूरे शरीर में पहुंचेगा. जहर के पूरे शरीर में उसे पहुंचने में तीन घंटे लगेंगे.
मतलब ये है कि रोगी तीन घंटे तक तो नहीं ही मरेगा. जब पूरे दिमाग के एक एक हिस्से में जहर पहुंचेगा तभी उसकी मृत्यु होगी. डीपीएम अरविंद कुमार झा ने बताया िक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्नैक वैक्सीन उपलब्ध है. सर्पदंश से पीड़ित का तत्काल इलाज होना चाहिए. अधिकतर लोग अस्पताल बहुत देर से पहुंचते हैं, तब तक जहर शरीर में फैल चुका होता है और बचना-बचाना कठिन होता है. बाढ़ के मौसम में नेपाल की तराई से आनेवाले सांप ज्यादा जहरीले होते हैं.

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