गोपालगंज : ….जब मातृभक्त बेटे ने मां के मजार के पास खुदवायी अपने लिए कब्र
बरौली (गोपालगंज) : अगर कहा जाये कि जीवित व्यक्ति ने स्वयं के लिए कब्र खुदवायी है तो सहसा ही किसी को यकीन नहीं होगा, लेकिन ये सच है कि बरौली प्रखंड के बलहां गांव के मंजूर हसन ने अपने लिए कब्र खुदवायी है. बलहां के इस मातृभक्त बेटे मंजूर हसन ने मां की कब्र की […]
बरौली (गोपालगंज) : अगर कहा जाये कि जीवित व्यक्ति ने स्वयं के लिए कब्र खुदवायी है तो सहसा ही किसी को यकीन नहीं होगा, लेकिन ये सच है कि बरौली प्रखंड के बलहां गांव के मंजूर हसन ने अपने लिए कब्र खुदवायी है. बलहां के इस मातृभक्त बेटे मंजूर हसन ने मां की कब्र की बगल में न केवल अपनी कब्र खुदवा ली, बल्कि उसका पक्का फर्श कराते हुए उसे ढंकने के लिए स्लैब भी ढलवा रहे हैं.
बलहां के स्व मुबारक हुसैन के बेटे 70 वर्षीय मंजूर हसन ने बताया कि वह अपनी मां शाह शहरबानों से बहुत प्यार करते थे. वे जब तक जिंदा रहीं, वे उनके साथ रहे और उनकी देखभाल को लेकर वे घर छोड़ कर कहीं बाहर नहीं गये. उनकी मां का इंतकाल जब 1999 में हो गया तो उन्होंने घर की बगल में ही उनको दफनाये तथा उनकी कब्र को एक मजार का रूप दे दिया. उक्त मजार पर वे पूरे दिन रहते हैं तथा मरने के बाद भी मां के करीब रहें, इसलिए वे उनके मजार की बगल में अपनी कब्र बनवा रहे हैं.
उन्हें इस बात का विश्वास है कि मरने के बाद भी वे मां के करीब रहेंगे. उन्हें इस बात का यकीन नहीं था कि उनके बेटे शब्बीर व तनवीर उन्हें उनकी मां की बगल में दफनायेंगे, इसलिए उन्होंने अपने जीते-जी खुद की कब्र बनवा ली.