गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज के थावेमें स्थानीय चनावे स्थित जेल में बंद कैदी गांधी जी के सत्य-अहिंसा का पाठ पढ़ेंगे. सोमवार से कैदियों के बीच गांधीजी के जीवन पर आधारित पुस्तकों का वाचन शुरू किया गया. यह कार्यक्रम दो अक्टूबर गांधी जयंती तक चलेगा. जेल अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि एक माह तक जेल में बंदियों के बीच पुस्तक वाचन किया जायेगा. गांधीजी के जीवन पर आधारित दो पुस्तकें ‘एक था मोहन’ व ‘बापू की पाती’ का वाचन किया जायेगा.
जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल के बंदियों को गांधी जी के सत्य-अहिंसा की विचारधारा की समझ व इसके जीवन में पालन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुस्तकों का वाचन किये जाने का कार्यक्रम शुरू किया गया है. यह कार्यक्रम कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्र व डीएम अनिमेष कुमार पाराशर के निर्देश पर शुरू किया गया है.जेल अधीक्षक ने बताया कि कार्यक्रम में कैदियों के बीच एक माह तक हर रोज दोपहर में पुस्तकों का वाचन किया जाएगा. जिससे जेल में बंद कैदियों के जीवन में काफी परिवर्तन की उम्मीद है. मौके पर जेल उपाधीक्षक अखिलेश सिंह, प्रशांत कुमार सहित अन्य जेलकर्मी व बंदी मौजूद थे.