चौकिए मत! यह नरकपुरी नहीं, शहर का इंद्रपुरी है जनाब

गोपालगंज : चौकिए मत! यह नरकपुरी नहीं, शहर का इंद्रपुरी मुहल्ला है. यह तस्वीर आपको हैरत में डालने वाली है. शहर के अधिवक्ता नगर का इंद्रपुरी मोहल्ला शहर का रिहाइशी इलाका माना जाता है. भाजपा का जिला कार्यालय भी इसी मंहल्ले में है. सूबे की सरकार में नगर विकास विभाग भी भाजपा के ही पाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2019 6:58 AM

गोपालगंज : चौकिए मत! यह नरकपुरी नहीं, शहर का इंद्रपुरी मुहल्ला है. यह तस्वीर आपको हैरत में डालने वाली है. शहर के अधिवक्ता नगर का इंद्रपुरी मोहल्ला शहर का रिहाइशी इलाका माना जाता है. भाजपा का जिला कार्यालय भी इसी मंहल्ले में है. सूबे की सरकार में नगर विकास विभाग भी भाजपा के ही पाले में है.

इसके बाद भी भाजपा कार्यालय के पास नाला का पानी सालों भर सड़क पर जमा होकर बजबजाता रहता है. सड़क पर जमा नाले के पानी से उठ रही बदबू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लगभग यही तस्वीर पूरे मुहल्ले की है, जहां नाले का पानी सड़कों पर जमा रहता है.
इसमें मच्छरों के पनपने से लोग बीमार हो रहे हैं.
यहां के लोगों के लिए नारकीय स्थिति बनी हुई है. नगर पर्षद को इसकी कोई परवाह नहीं है.
करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी नगर पर्षद इस नारकीय स्थिति का समाधान नहीं ढूंढ़ पा रही. यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि यहां वार्ड पार्षद भी भाजपा के ही है. इसलिए जानबूझ कर इस मोहल्ले को दुर्दशा के लिए छोड़ दिया गया है. लोगों में नाराजगी का आलम यह है कि वे अब नरक को ही अपने जीवन की नियति मान लिए हैं.
सांसद मद से होना था सड़क व नाले का निर्माण: नगर पर्षद
पिछले वर्ष इस सड़क व नाला निर्माण के लिए तत्कालीन सांसद जनक राम द्वारा अपने मद से अनुशंसा की गयी थी. इस कारण वार्ड पार्षद मनीष किशोर नारायण द्वारा वार्षिक कार्ययोजना में उसका नाम नहीं डाला गया. सांसद मद से भी जब उसका निर्माण नहीं हुआ, तो नगर पर्षद की ओर से उसका डीपीआर बनाकर मंजूरी के लिए भेजा जा रहा है.
हरेंद्र चौधरी, मुख्य पार्षद नगर पर्षद गोपालगंज
क्या कहते हैं मोहल्ले के लोग
नाले के ऊपर बह रहे गंदे पानी में अक्सर लोग गिरते हैं. रास्ते से गुजरने वाले स्कूली छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पार्टी कार्यालय में आने- जाने वाले कार्यकर्ता भी इस बदबूदार पानी से परेशान रहते हैं. लेकिन, अभी तक नगर परिषद द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इसकी मरम्मत होनी चाहिए.
रविप्रकाशमणि त्रिपाठी, महामंत्री, भाजपा
मोहल्ले में दो स्कूल होने के कारण रोज बड़ी संख्या में बच्चे इस रास्ते से गुजरते हैं, जो यहां के बदबू व नाले के पानी से पार करने को विवश हैं. इस समस्या पर नगर पर्षद उदासीन है.
केशव प्रसाद, अधिवक्ता
गड्ढे में सालों भर जलजमाव से लोग परेशान हैं. स्कूली बच्चों के साथ नगर पर्षद का यह मजाक है. यहां ईश्वर न करें कोई घटना किसी बच्चे के साथ हो जाये, तो इसके लिए नगर पर्षद ही जिम्मेदार होगा. डीएम सर को तत्काल संज्ञान लेते हुए इसके लिए पहल करनी चाहिए.
राजीव कुमार सिंह, कार्यकर्ता
शहर का रिहाइशी इलाका होने के कारण इसका नाम इंद्रपुरी रखा गया था. पिछले पांच वर्षों से जो हालत यहां है, यह नरकपुरी हो गया है. आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है.
रमा देवी, गृहिणी

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