रतजगा कर रोका कटाव

गोपालगंज:गंडक नदी की धारा 10 दिनों तक शांत रहने के बाद फिर मशान थाने को अपनी आगोश में लेने पर उतारू हो गयी. नदी ने मशान थाना तटबंध पर कटाव तेज हो गया. इसकी खबर पर मशान थाना तथा आस-पास के गांव में अफरा-तफरी मच गयी. ग्रामीणों ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों से लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2014 11:04 PM

गोपालगंज:गंडक नदी की धारा 10 दिनों तक शांत रहने के बाद फिर मशान थाने को अपनी आगोश में लेने पर उतारू हो गयी. नदी ने मशान थाना तटबंध पर कटाव तेज हो गया. इसकी खबर पर मशान थाना तथा आस-पास के गांव में अफरा-तफरी मच गयी. ग्रामीणों ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों से लेकर डीएम तक को आधी रात में फोन किया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ. इसके बाद ग्रामीण खुद तटबंध बचाने के लिए कूद पड़े. तटबंध के आस-पास बांस और पेड़ को काट कर कटाव की धारा को रोकने का प्रयास किया. पूरी रात ग्रामीण जाग कर तटबंध को बचा लिया.

काम आयी गांववालों की मेहनत

मशान थाना गांव में पूरी रात मेहनत कर गांववाले तटबंध बचाने में सफल रहे. ग्रामीणों का आक्रोश देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग ने आनन-फानन में बचाव कार्य शुरू कर दिया. इंजीनियरों की पूरी टीम तटबंध को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है. जीओ बैग से गंडक नदी की धारा को रोकने का प्रयास किया जा रहा.

तटबंध टूटता, तो डूब जाते कई गांव

सारण मुख्य तटबंध तथा पतहरा राजस्व छरकी के बीच में बसा गांव मशान थाना से लेकर सिहोरवां तक एक दर्जन गांवों के लोगों के मन भय समा गया था. यदि तटबंध टूट जाता, तो कई गांव नदी में समा जाते. हालांकि, इस तटबंध को बचाने के लिए सात जुलाई से अब तक 2.03 करोड़ खर्च किये जा चुके हैं. र भी स्थिति भयावह है.

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