हादसा टला. चालक ने ट्रेन में लगाया इमरजेंसी ब्रेक
तीन मासूम छात्रों की बच गयी जानथावे से कप्तानगंज जा रही थी सवारी गाड़ीसदर अस्पताल में भरती कराये गये मासूम बच्चेयात्रियों की परवाह किये बिना चालक ने रोकी ट्रेनस्कूल से घर रेल पटरी पर खेलते जा रहे थे बच्चेघटना के बाद घंटों मची रही अफरा-तफरीफोटो-16- ट्रेन की चपेट में आने से अस्पताल में भरती घायल […]
तीन मासूम छात्रों की बच गयी जानथावे से कप्तानगंज जा रही थी सवारी गाड़ीसदर अस्पताल में भरती कराये गये मासूम बच्चेयात्रियों की परवाह किये बिना चालक ने रोकी ट्रेनस्कूल से घर रेल पटरी पर खेलते जा रहे थे बच्चेघटना के बाद घंटों मची रही अफरा-तफरीफोटो-16- ट्रेन की चपेट में आने से अस्पताल में भरती घायल छात्रा. संवाददाता, गोपालगंजकप्तानगंज-थावे रेल खंड पर ट्रेन को रोक कर चालक ने तीन मासूम छात्रों की जान बचा ली. इस घटना में तीनों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गये. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. रेल पटरी पर छात्र टिफिन के दौरान अपने घर खेलते हुए जा रहे थे, तभी हादसा हुआ. इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. लोगों ने चालक के साहस को धन्यवाद देते हुए उनकी इस बहादुरी की काफी तारीफ भी की. इस दौरान ट्रेन आधा घंटा लेट से खुली. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सीवान से कप्तानगंज जा रही गाड़ी (55073) जैसे ही मंगलवार की दोपहर 1:30 बजे नरकटिया गांव के समीप पहुंची कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नरकटिया में टिफिन हो चुकी थी. इस दौरान अजीत सिंह के आठ वर्षीय पुत्र दीपक साह, पुत्री छह वर्षीया प्रीति कुमारी तथा पांच वर्षीया खुशी कुमारी पटरी होकर लौट रहे थे. चालक ने पहले कई बार सिटी बजायी. बच्चे अपने मग्न के आगे ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाये. ट्रेन की रफ्तार तेज थी. चालक समझ चुके थे कि बच्चे अब हटनेवाले नहीं हैं. चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाते हुए ट्रेन को रोकने में सफलता पायी. हालांकि तीनों मासूम बच्चे घायल हो गये. इस घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर पहंुचे तथा तीनों बच्चों को लेकर सदर अस्पताल में भरती कराया.