कृष्ण की भक्ति में गुलजार हुई रविवार रात
– कभी झांकी ने बिखेरी श्याम की छवि-भक्ति संगीत पर थिरकी महफिल – ख्यातिलब्ध कलाकारों ने बहायी सुर की सरिता- श्याम महोत्सव में उमड़ी भीड़- गोकुल धाम बनी शहर की राम वाटिका फोटो न . 11,12,13संवाददाता, गोपालगंजदुलारे भी तुम हो सहारा भी तुम हो जैसे गीतों की तान पर संगीत की लहरों में हर शख्स […]
– कभी झांकी ने बिखेरी श्याम की छवि-भक्ति संगीत पर थिरकी महफिल – ख्यातिलब्ध कलाकारों ने बहायी सुर की सरिता- श्याम महोत्सव में उमड़ी भीड़- गोकुल धाम बनी शहर की राम वाटिका फोटो न . 11,12,13संवाददाता, गोपालगंजदुलारे भी तुम हो सहारा भी तुम हो जैसे गीतों की तान पर संगीत की लहरों में हर शख्स झूम रहा था. कभी राधा कृष्ण की भिन्न -भिन्न छवि लिये झांकी के दर्शन पर श्रद्धालु भावविह्ल हो रहे थे, तो कभी कृष्ण वाटिका कुछ पल के लिए गोकुल धाम का नजारा प्रस्तुत कर रहा था. मौके था श्याम शरदा महोत्सव कार्यक्रम का. इसका आगाज रविवार को हुआ. रविवार की रात कृष्ण भक्ति की बहनी बयार और राधे-राधे की गूंज से गुलजार थी, जिसमें से हजार से अधिक नर -नारियों ने पूरी रात गोता लगाया. महोत्सव के अवसर पर रविवार की रात भक्ति संगीत और झांकी की प्रस्तुत की गयी. पूजा-अर्चना के बाद देवरिया से आयी मनीष एंड पार्टी ने श्याम बिहारी कन्हैया और राधा रानी की झांकी प्रस्तुत की. फिर खलिलाबाद से आये हरसहेंद्र सिंह रोनी ने जब श्याम से नाता हे तो हाथ काहेको फैलाता है गीत पर तान छेड़ी, तो जवां से बुजुर्ग तक कान्हां की भक्ति मंे थिरक उठे. वहीं, बहराइच से आये गायक कुमार सानू ने जब श्याम तुझ बिन जिया लागे ना गाया, तो सभी विरह वेदना में डूब गये. पूरी रात कभी नटखट का गुणगान तो कभी बरसाने की छोटी की चर्चा संगीत की धुनों होती रही.