नो पार्किंग जोन पर है अवैध कब्जा
दिन भर लोगों को जाम से जूझना पड़ाफोटो न.-12गोपालगंज. शहर का कचहरी रोड कहने को तो नो वेंडर जोन है. यहां पार्किंग पर प्रतिबंध है. यहां ठेला, खोंमचा लगाने पर भी रोक है. इस नो वेंडर जोन पर इन प्रतिबंध का ही कब्जा है. सोमवार को इस अवैध कब्जे के कारण यातायात व्यवस्था ध्वस्त रही. […]
दिन भर लोगों को जाम से जूझना पड़ाफोटो न.-12गोपालगंज. शहर का कचहरी रोड कहने को तो नो वेंडर जोन है. यहां पार्किंग पर प्रतिबंध है. यहां ठेला, खोंमचा लगाने पर भी रोक है. इस नो वेंडर जोन पर इन प्रतिबंध का ही कब्जा है. सोमवार को इस अवैध कब्जे के कारण यातायात व्यवस्था ध्वस्त रही. दिन भर लोगों को जाम से जूझना पड़ा. शहर के अन्य मार्ग पर अराजकता पर रोक लगाने में ट्रैफिक विभाग नाकाम साबित हुआ है. ऐसे में यहां यातायात व्यवस्था तमाशा बन कर रह गयी है. आड़े-तिरछे वाहनों के लगाने से भी जाम की स्थिति बन रही है. यातायात पुलिस की नजर इस ओर नहीं जा रही है. अतिक्रमणकारियों ने बिगाड़ी व्यवस्थाअतिक्रमणकारियों ने यातायात व्यवस्था ध्वस्त करने में रही-सही कसर पूरी कर दी. खाद्य सामग्री के दुकानदारों का कचहरी रोड पर कब्जा है. इसकी वजह से हर दिन जाम लगा रहा. फुटपाथ पर जहां-तहां वाहन खड़े किये जाने से आवागमन बाधित रहा. इस मार्ग से गुजर रहे प्रशासन के अधिकारी की भी इस पर नजर नहीं गयी. क्यों बना नो वेंडर जोनशहर के राजेंद्र चौक से लेकर मौनिया चौक तक तत्कालीन डीएम पंकज क ुमार ने नो वेंडर जोन इसलिए बनाया था कि शांतिपूर्ण तरीके से कार्यालय का काम को निबटाया जा सके. कचहरी रोड पर जाम के कारण हॉर्न की आवाज कोर्ट की सुनवाई को भी कुप्रभावित करती थी. समाहरणालय और कचहरी के काम को ध्यान में रख कर इसका फैसला लिया गया था, जो अब मजाक बन कर रह गया है.क्या कहते हंै अधिकारी”नो वेंडर जोन को खाली कराने के लिए फिर सख्ती से कार्रवाई करनी होगी. इन पर जुर्माने के साथ प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी.दोषी पर कड़ा एक्शन लेना होगा. ”रेयाज अहमद खां, एसडीओ, गोपालगंज