सेविका-सहायिका के नियोजन में फर्जीवाड़ा !

मांझा : प्रखंड में बाल विकास परियोजना अंतर्गत सेविका-सहायिका के चयन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने का मामला सामने आया है. फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर अभ्यर्थियों को नौकरी करने की शिकायत की गयी है. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने चयन प्रक्रिया के पूरे मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है. साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2014 9:57 AM
मांझा : प्रखंड में बाल विकास परियोजना अंतर्गत सेविका-सहायिका के चयन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने का मामला सामने आया है. फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर अभ्यर्थियों को नौकरी करने की शिकायत की गयी है. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने चयन प्रक्रिया के पूरे मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है. साथ ही कार्रवाई की अनुशंसा के लिए जांच टीम को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि मांझा प्रखंड में 22 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका और सहायिका का चयन किया गया था. चयन के बाद बीस सूत्री की बैठक में सदस्यों ने जाली प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थियों का भी चयन करने का आरोप लगाया था. उस समय जिला प्रशासन ने पांच सदस्यीय टीम का गठन कर जांच करने का आदेश दिया था. टीम में शामिल प्रखंड प्रमुख, थानाध्यक्ष तथा तीन बीस सूत्री के सदस्यों ने जांच शुरू की. लेकिन, तत्कालीन सीडीपीओ ने जांच से जुड़ी फाइलों को देने से इनकार कर दिया. इसे बीडीओ ने गंभीरता से लेते हुए मामले की दुबारा जांच कराने का आदेश दिया है. प्रखंड में इस वक्त बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का प्रभार बरौली के सीडीपीओ मंजु कुमारी के पास है. बीडीओ ने सीडीपीओ को भी जांच टीम को सहयोग करने का निर्देश दिया है.

Next Article

Exit mobile version