अब भी चेतें, बच्चे हैं देश के भविष्य

रोया दिल, लब खामोशपेशावर में मारे गये बच्चों को दी गयी श्रद्धांजलि फोटो नं-3 संवाददाता. गोपालगंजसाथ खेले नहीं, पढ़े नहीं, मिले नहीं और देखा भी नहीं. मगर, ये रिश्ता बचपन की तरह ही मासूम और निष्कपट था. पाक में आतंकियों की क्रूरता के शिकार हुए बच्चों को श्रद्धांजलि देने के समय नम आंखें एक ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2014 6:02 PM

रोया दिल, लब खामोशपेशावर में मारे गये बच्चों को दी गयी श्रद्धांजलि फोटो नं-3 संवाददाता. गोपालगंजसाथ खेले नहीं, पढ़े नहीं, मिले नहीं और देखा भी नहीं. मगर, ये रिश्ता बचपन की तरह ही मासूम और निष्कपट था. पाक में आतंकियों की क्रूरता के शिकार हुए बच्चों को श्रद्धांजलि देने के समय नम आंखें एक ही सवाल कर रही थीं कि उन मासूम बच्चों ने आतंकियों का क्या बिगाड़ा था. पेशावर के घरों में मातम है, हमारे यहां आंखें नम हैं. हर शख्स चाहता है कि दहशतगर्दी बंद हो. आखिर कब तक आतंकी नापाक मंसूबों को पूरा करते हुए निदार्ेष लोगों का खून बहायेंगे. गुरु वार को जिले में जगह-जगह पेशावर में मारे गये बच्चों को श्रद्धांजलि दी गयी. कैंडल मार्च निकालने के साथ आतंकियों को पनाह न देने की अपील की गयी. मंगलवार को पेशावर (पाकिस्तान) के आर्मी स्कूल में आतंकियों ने 132 बच्चों की हत्या कर दी थी. इससे पूरी दुनिया में शोक की लहर है. कुचायकोट के बघौच मोड़ पर स्थित रेह सेंट्रल स्कूल में श्रद्धांजलि सभा हुई. बच्चों ने दो मिनट का मौन रखा और मोमबत्ती जला कर श्रद्धांजलि दी गयी. इस मौके पर निदेशक राजू चौबे, आशा चौबे, राम बालक चौबे, नेहा राय समेत सभी छात्र-छात्राएं शामिल थे.

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