गोविंद कुमार, गोपालगंज : लॉकडाउन में यूपी-बिहार की सीमा पर पांच लाख से अधिक प्रवासी मजदूर पहुंच चुके हैं. हालांकि विभाग की ओर से 27 दिनों का ही आंकड़ा जारी किया गया है. इसमें 27 अप्रैल से 23 मई की सुबह तक दो लाख 38 हजार 424 प्रवासियों के पहुंचने की बात कही गयी है. सबसे अधिक सरकारी बसों से प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला भेजा गया है.
यूपी-बिहार की सीमा पर मई के दूसरे सप्ताह से अचानक संख्या बढ़ी, जिसके बाद सारण कमिश्नर और रेलवे के डीआरएम ने डीएम के साथ जलालपुर स्टेशन का निरीक्षण किया और श्रमिक स्पेशल ट्रेन से प्रवासियों को गृह जिला भेजने की मंजूरी दी. जलालपुर स्टेशन से 16 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं, जिसमें अब तक 33 ट्रेनों से 33 हजार से अधिक प्रवासियों को कटिहार, सुपौल, दरभंगा, हाजीपुर आदि जिलों में भेजा जा चुका है.
प्रवासियों के पहुंचने का फैक्टगाड़ी का प्रकार® वाहनों की संख्या® पैसेंजर निजी छोटी वाहन®7637® 40952निजी बस/ट्रक® 1906® 65472 सरकारी बस®2279® 98350ट्रेन ® 33®33650कुल ® 11855® 238424नोट. यह आंकड़ा 27 अप्रैल से 23 मई तक का है. 120 बसें : यूपी-बिहार सीमा से चल रही हैपांच ट्रेन : जलालपुर स्टेशन से हर रोज जातीपैदल, रिक्शा, ठेला से कितने पहुंचे, नहीं है आंकड़ा लॉकडाउन के बीच पैदल, रिक्शा, ठेला, जुगाड़ गाड़ी से भी प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है.
इन मजदूरों की संख्या कितनी है, इसका आंकड़ा जारी नहीं हो सका है. स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन भी हुआ या नहीं, विभाग के पास जानकारी नहीं है. हालांकि परिवहन विभाग दावा किया है कि पैदल, रिक्शा, ठेला और साइकिल से आनेवाले प्रवासियों का स्क्रीनिंग व रजिस्ट्रेशन किया गया है. अपने साधन से जानेवाले को रोका नहीं गया है. …तो 27 अप्रैल से पहले कितने लाख पहुंचे मजदूर परिवहन विभाग की ओर से जारी किये गये आंकड़ों पर गौर करें तो 27 अप्रैल से 23 मई तक दो लाख 38 हजार 424 प्रवासी मजदूर पहुंचे, जिन्हें उनके गृह जिला स्क्रीनिंग व रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भेजा गया.
सरकारी बस से एक लाख के आसपास प्रवासियों को भेजा गया. लॉकडाउन 24 मार्च को लगा, तब से 27 अप्रैल तक यानी 32 दिनों में कितने लाख प्रवासी मजदूर पहुंचे. इसका कोई आंकड़ा नहीं जारी किया गया है. वर्तमान में जारी किये गये आंकड़ों के हिसाब से देखें, तो पांच लाख से अधिक प्रवासी मजदूर पहुंच चुके हैं.
बोले परिवहन पदाधिकारी लॉकडाउन में अबतक ढाई लाख के करीब श्रमिकों को संबंधित जिला भेजा जा चुका है. परिवहन विभाग की बसें और रेलवे की पांच ट्रेनें हर रोज चलायी जा रही हैं.