अस्पताल की लापरवाही से गयी शुभम की जान
अस्पताल ने प्राथमिक उपचार करना भी मुनासिब नहीं समझा संवाददाता. कटेयाकटेया में शुक्रवार को हुई दुर्घटना में जहां एक बच्चे की जान चली गयी, वहीं दो लोग घायल हो गये. घायलों की स्थिति गंभीर है. उनका इलाज गोरखपुर में चल रहा है. दुर्घटना के बाद कटेया रेफरल अस्पताल पहुंचे घायलों का इलाज करने के बजाय […]
अस्पताल ने प्राथमिक उपचार करना भी मुनासिब नहीं समझा संवाददाता. कटेयाकटेया में शुक्रवार को हुई दुर्घटना में जहां एक बच्चे की जान चली गयी, वहीं दो लोग घायल हो गये. घायलों की स्थिति गंभीर है. उनका इलाज गोरखपुर में चल रहा है. दुर्घटना के बाद कटेया रेफरल अस्पताल पहुंचे घायलों का इलाज करने के बजाय चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. उन्हें प्राथमिक उपचार भी देना उचित नहीं समझा. वहीं, रेफर स्लिप पर 26 के बजाय 27 दिसंबर की तिथि अंकित कर दिया. परिजन घायलों को लेकर गोरखपुर चले गये. किंतु प्राथमिक उपचार नहीं होने के कारण शुभम का अत्यधिक रक्तस्त्राव हुआ, जिससे अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसकी हालत बिगड़ने लगी. ऊपर से रेफर स्लिप में गलत तिथि होेने के कारण अस्पताल में भरती कराने में देरी होने लगी, जिस कारण शुभम की मौत हो गयी. इसकी सूचना परिजनों ने कटेया में लोगों को दी. इसके बाद लोग अस्पताल पहुंच गये और चिकित्सक को उसकी गलती के बारे में बताया. लेकिन डॉक्टर द्वारा दूसरा स्लिप देने से मना कर दिया गया. जिस पर उग्र लोगों ने डॉक्टर को घेर लिया. तब जाकर किसी तरह दूसरा रेफर स्लिप मिला, जिसे इ-मेल द्वारा गोरखपुर भेजा गया. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. शुभम को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. बाद में रिशु एवं दूसरे घायल को भरती कराया गया, जिनका इलाज चल रहा है. इस सूचना को पाकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है और अस्पताल की व्यवस्था को लेकर वरीय अधिकारियों के पास शिकायत की गयी है. शुभम की मौत पर उसके सहपाठी उसके घर पहुंच कर शनिवार को श्रद्धांजलि दी तथा प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की.