महंगाई ने फीकी की दस्तरख्वान की रौनक
बिहारशरीफ : महंगाई ने दस्तरख्वान की रौनक को फीकी कर दी है. मुकद्दस माह रमजान के मौके पर शहर में जगह–जगह सहरी व इफ्तार की दुकानें तो सजी हैं, लकिन आसमान छूती कीमतों के आगे इसे खरीदने की हिमाकत हरेक कोई नहीं कर रहा है. पवित्र रमजान के इस माह में मुसलिम भाई प्रति दिन […]
बिहारशरीफ : महंगाई ने दस्तरख्वान की रौनक को फीकी कर दी है. मुकद्दस माह रमजान के मौके पर शहर में जगह–जगह सहरी व इफ्तार की दुकानें तो सजी हैं, लकिन आसमान छूती कीमतों के आगे इसे खरीदने की हिमाकत हरेक कोई नहीं कर रहा है.
पवित्र रमजान के इस माह में मुसलिम भाई प्रति दिन इफ्तार से पहले इफ्तारी से संबंधित सामान की खरीदारी करने बाजार तशरीफ तो ला रहे हैं, मगर महंगाई की मार ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया है. शहर के काशी तकिया निवासी व रोजेदार मो मीर सहाब उद्दीन ने बताया कि आसमान छूती महंगाई से आज हर तबके के लोग परेशान है.
खास कर पवित्र रमजाम माह के मौके पर फल व सब्जी के दामों में और उछाल आया है. बाजार में इन दिनों मेवा खजूर 100-150, केला 40 रुपये प्रति दर्जन, पपीता 40 रुपये किलो, अनार 100-120, बैगन 40 रुपये किलो, टमाटर 80 रुपये किलो, भिंडी 24 रुपये किलो बेचे जा रहे हैं.