धान की खरीददारी शुरू नहीं होने से किसान परेशान
संवाददाताभोरेसरकार के तमाम घोषणाओं के बावजूद प्रखंड में एक भी पैक्स में धान की खरददारी शुरू नहीं हो सकी है. इससे किसान काफी परेशान है. डनीें बिचौलियों के हाथ औने पौने दाम पर धान बेचना पड़ रहा है. सरकार द्वारा किसानों से धान की खरीद के लिए 1360 रूपए प्रति क्िंवटल कीमत तय की गई […]
संवाददाताभोरेसरकार के तमाम घोषणाओं के बावजूद प्रखंड में एक भी पैक्स में धान की खरददारी शुरू नहीं हो सकी है. इससे किसान काफी परेशान है. डनीें बिचौलियों के हाथ औने पौने दाम पर धान बेचना पड़ रहा है. सरकार द्वारा किसानों से धान की खरीद के लिए 1360 रूपए प्रति क्िंवटल कीमत तय की गई है. इसके आलावा उन्हें प्रति क्िंवटल 300 रूपए बोनस देने की घोषणा की गई है. इस तरह पैक्स में किसानों को घान बेचने पर 1660 रूपए प्रति क्िंवटल कीमत मिलेगी. लेकिन पैक्सों द्वारा धान की खरीद नहीं किये जाने से किसान मात्र 1000 रूपए प्रति क्िंवटल बिचौलियों के हाथ धान बेचने को विवश है. कई किसानों ने बताया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण अपनी उपज का वास्तविक मुल्य नहीं मिल पा रहा. इस संबंध में प्रभारी बीसीओ ने बताया कि प्रखंड में अभी तक धान अधिप्राप्ति के लिए किसी को प्रभारी नहीं बनाया गया है. धान क्रय प्रभारी की नियुक्ति के बाद प्रखंड के 17 में 15 पैक्सों में धान की खरीद शुरू की जायेगी. लेकिन दो पैक्सों हुस्सेपुर व डोमनपुर में प्रभारी के नियुक्ति के बाद भी धान की खरीददारी शुरू नहीं की जा सकेगी. उन्होंने बताया कि डोमनपुर पैक्स पर 2.77 लाख तथा हुस्सेपुर पैक्स पर 92.77 हजार रूपए पहले से बकाया है. जब तक पुराना बकाया वसुल नीहं होता है, तब तक दोनों पैक्सों को धान अधिप्राप्ति के लिए ऋण नहीं दिया जा सकेगा. वैसे इन पैक्सों से बकाये वसूली के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है.