सूर्य उपासना से निकला पुण्य का प्रकाश
डुमरिया घाट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़दान-पुण्य का दिन भर चलता रहा कार्यक्रमफोटो नं -3संवाददाता, गोपालगंजसूर्य की उपासना का पर्व मकर संक्रांति पर धूप का सुखद एहसास हुआ. सुबह आठ बजते ही घना कुहरा पर सूर्य भारी पड़ा और गुलाबी धूप के बीच लाखों लोगों ने नारायणी नदी में डुबकी लगाया तथा सूर्य को अर्घ्य […]
डुमरिया घाट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़दान-पुण्य का दिन भर चलता रहा कार्यक्रमफोटो नं -3संवाददाता, गोपालगंजसूर्य की उपासना का पर्व मकर संक्रांति पर धूप का सुखद एहसास हुआ. सुबह आठ बजते ही घना कुहरा पर सूर्य भारी पड़ा और गुलाबी धूप के बीच लाखों लोगों ने नारायणी नदी में डुबकी लगाया तथा सूर्य को अर्घ्य दिया, पूजन किया. इसके बाद दान-पुण्य का सिलसिला चलता रहा. मंदिरों में भीड़ रही और जगह-जगह खिचड़ी वितरित की गयी. मकर संक्रांति पर सुबह से ही दान-पुण्य का सिलसिला शुरू हो गया. पूजा-अर्चना के बाद दाल-चावल, गजक और 14-14 वस्तुओं का दान देना शुरू हो गया. इसके अलावा मंदिरों में भी विशेष दर्शन का सिलसिला चलता रहा. डुमरिया नदी में स्नान के साथ ही ऐतिहासिक शिव मंदिर में सुबह से दर्शन, पूजन करनेवालों की भीड़ लगी रही. यहां धर्मराज और यमराज के मंदिरों में लोगों ने विशेष दान दिया.घाटों पर रहा सैलाब नारायणी में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता रहा. शीतलहर के बाद भी स्नान करनेवालों की काफी भीड़ रही. तीन सजी हुई नावें यहां आकर्षण का केंद्र रहा. कई महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने नाव पर जाकर नारायणी का पूजन किया. हालांकि पिछले वर्ष की अपेक्षा श्रद्धालुओं की संख्या कम रही.जगह-जगह हुआ खिचड़ी का भंडारामकर संक्रांति पर दाल-चावल वितरण करने की परंपरा है. इसी आधार पर शहर में जगह-जगह खिचड़ी वितरित की गयी. कई जगह भंडारा भी हुआ. सभी मंदिरों के बाहर दान-पुण्य का सिलसिला चलता रहा. नदी के किनारे भी भंडारा का आयोजन किया गया.