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संस्कृत व अल्पसंख्यक विद्यालयों में 30 लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर 52 लाख की ठगी, पटना से तीन जालसाज गिरफ्तार

संस्कृत और अल्पसंख्यक विद्यालयों में शिक्षक की नाैकरी दिलाने के नाम पर 30 लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर 52 लाख की ठगी करनेवाले तीन जालसाजों को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 23, 2024 11:15 PM

गोपालगंज. संस्कृत और अल्पसंख्यक विद्यालयों में शिक्षक की नाैकरी दिलाने के नाम पर 30 लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर 52 लाख की ठगी करनेवाले तीन जालसाजों को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया है. रविवार को गिरफ्तार करने के बाद तीनों जालसाजों को थावे थाना लाया गया, जहां कड़ी पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया गया. गिरफ्तार जालसाजों में पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिले के वेलासपुर थाना के मोतिहारी गांव के शाहिद रजा तथा भोजपुर (आरा) जिला के जगदीशपुर थाना के कवरा गांव के विश्वजीत सिंह और मनीष सिंह शामिल हैं. वहीं, चौथा अभियुक्त ओमप्रकाश सिंह अभी फरार है. थावे थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने कहा कि पुलिस चौथे अभियुक्त की भी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार जालसाजों ने पुलिस को पूछताछ में कई राज बताये हैं. गिरोह में शामिल और कौन-कौन लोग थे, कहां से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर तैयार कराया, इन तमाम बिंदु पर जांच की जा रही है. छापेमारी दल में प्रभारी तकनीकी शाखा सुजीत कुमार, थावे के अपर थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार, तकनीकी शाखा रविशंकर सिंह, शिवधारी प्रसाद कुशवाहा और सुमित कुमार शामिल थे. बताया जाता है कि थावे थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर गांव के शैलेश कुमार सिंह से जालसाजों ने संपर्क कर संस्कृत विद्यालय और अल्पसंख्यक विद्यालय में शिक्षक की नाैकरी दिलाने का झांसा दिया. जालसाजों ने 30 लोगों को शिक्षक की नौकरी दिलाने के लिए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया और 52 लाख 15 हजार चार रुपये की ठगी कर ली. थावे थाने में दर्ज करायी गयी एफआइआर में आरोप कहा गया है कि संस्कृत विद्यालय और अल्पसंख्यक विद्यालय में शिक्षक के पद पर नौकरी लगाने के लिए अप्रैल-2022 में 52 लाख रुपये दिये थे. 21 जून 2022 को संस्कृत शिक्षा बोर्ड से नियुक्ति अनुमोदन पत्र लाकर दिया. जब संस्कृत बोर्ड में अनुमोदन पत्र लेकर गये, तो पता चला कि कोई नियुक्ति फर्जी है. उसके बाद से जब पैसा मांगे, तो पैसा देने से जालसाजों ने इंकार कर दिया.

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