एक ही बैंक में खोलें पति-पत्नी अपना खाता

गोपालगंज. सरकारी कर्मचारियों की मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को फैमिली पेंशन के भटकाव से बचने के लिए पति-पत्नी को पहले से ही एक ही बैंक में खाता खोलने की सलाह दी गयी है. सरकारी नौकरी में रहते हुए मृत्यु या सेवानिवृत्ति के बाद मौत होने पर आश्रितों को फैमिली पेंशन के लिए भटकना पड़ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2015 4:01 PM

गोपालगंज. सरकारी कर्मचारियों की मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को फैमिली पेंशन के भटकाव से बचने के लिए पति-पत्नी को पहले से ही एक ही बैंक में खाता खोलने की सलाह दी गयी है. सरकारी नौकरी में रहते हुए मृत्यु या सेवानिवृत्ति के बाद मौत होने पर आश्रितों को फैमिली पेंशन के लिए भटकना पड़ता है, जबकि उन्हें जीवन यापन के लिए तुरंत पेंशन की जरूरत होती है. सरकारी विभागों में पेंशन का काम देख रहे लोगों का कहना है कि जागरूकता के अभाव में वह न तो मृत्यु प्रमाणपत्र जमा करते हैं और न ही आश्रित ठीक से फॉर्म भरते हैं. ऐसे में उन्हें विभागों का चक्कर लगाना पड़ता है और उन्हें अतिरिक्त धन भी खर्च करना पड़ता है. पेंशनर एसोसिएशन के दीनानाथ तिवारी का आरोप है कि पेंशन पाने के लिए जब चक्कर लगा कर लोग थक जाते हैं, तो सुविधा शुल्क देकर काम कराना उचित समझते हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि यदि पति-पत्नी एक ही बैंक में खाता खोलें, तो काफी हद तक परेशानी से बचा जा सकता है. बैंक शाखा में पहले से ही दस्तावेज होने पर सत्यापन के झंझट से बचते हुए पीपीओ लगाते ही आश्रितों को पेंशन मिलना शुरू हो जायेगी. जिस तरह केंद्र सरकार ने पेंशनर को हर साल विभाग में जाकर मृत्यु प्रमाणपत्र देने के झंझट से मुक्ति देते हुए बैंकों में ही यह सुविधा दे दी है, उसी तरह राज्य सरकार को भी अपने पेंशनर और फैमिली पेंशनर को ट्रेजरी का चक्कर लगाने के बजाय सीधे संबंधित बैंक से सुविधा देना शुरू करना चाहिए…

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