हथुआ: हथुआ अनुमंडलीय मुख्यालय परिसर में कोर्ट, अन्य कार्यालय व आवास बनाये जाने का हथुआ एवं इसके आसपास के गांवों के लोग विरोध करेंगे. कोर्ट एवं भवन को हथुआ से सात किलोमीटर दूर मीरगंज चीनी मिल के समीप स्थानांतरित किये जाने के विरोध में शनिवार को हथुआ जन कल्याण संघर्ष समिति के बैनर तले गांधी आश्रम में एक बैठक की गयी.
बैठक में रविवार को हथुआ व इसके आसपास के दर्जनों गांवों के सैकड़ों लोगों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. उक्त बैठक में आगे की रणनीति तय की जायेगी. शनिवार को बैठक के बाद समिति ने एसडीओ को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कहा गया है कि 1992 में बिहार सरकार द्वारा हथुआ अनुमंडलीय कार्यालय की स्थापना की गयी थी.
नियम के अनुसार अनुमंडलीय न्यायिक बेंच का विस्तार हथुआ मुख्यालय में ही होना चाहिए, जबकि हथुआ से सात किलोमीटर दूर एवं सीवान जिले के सीमा क्षेत्र से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर खोला जा रहा है, जो न्यायसंगत नहीं है. इससे हथुआ क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. लोगों ने स्थानांतरण के विरोध में क्रमबद्ध आंदोलन चलाने का निर्णय लिया. मौके पर मुखिया महफूज अंसारी, हरिनारायण पाठक, नरेंद्र सिंह, सुधीर चौधरी, केदार प्रसाद, मंटू मोदनवाल, पप्पू सिंह, ओमप्रकाश रौनियार, कन्हैया प्रसाद गुप्ता, कमल पटेल, संतोष सोनी, मंजूर आलम, दीनबंधु प्रसाद, हैदर खान, मुकेश सोनी, राहुल कुमार साह, बुलेट, प्रदीप, शंकर पटवा, नौशाद आदि मौजूद थे.