श्रोताओं ने जम कर उठाया लुत्फसंवाददाता, पंचदेवरी.भोजपुरी की समरसता और समृद्धता को बयां करते हुए यूपी से आये भोजपुरी के जाने-माने कवि रामापति रसिया ने ‘जब अपनी रचना भाषा भोजपुरिया हमार उजियार सगरी भवन से लागे…’ सुनाई तो पूरा महफिल भोजपुरीमय हो उठा. मौक ा था डॉ मैनेजर पांडेय सेवा संस्थान द्वारा संचालित साहित्य संकुल के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन सह मुशायरे का. रविवार की देर शाम टॉपर एकेडमी के प्रांगण में इस मौके पर घंटों साहित्य रस की बारिश होती रही और श्रोता भी जम कर उसमें डुबकी लगाते रहे. सीवान से आये शायर फिरोज अशरफ की गजल ‘इश्क दुनियां में कोई करे किस तरह, कातिले इश्क सारा जमाना हुआ’ ने युवा दिलों की धड़कनें तेज कर दीं. वहीं युवा कवि राहुल पांडेय की कविता ‘हे विधाता, क्या तुम्हारी लेखनी यह कह रही है, को लोगों ने खूब सराहा. हास्य कवि अवध किशोर अवधु की रचना ‘यहां जो हर कदम पर हम सभी को रोज छलता है’ अधिकतर आज का बन कर वही नेता निकलता है’ पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजायीं. इनके अलावे अमलानंद पांडेय शर्मिला, सुधांशु पांडेय, संतोष सिंह आदि कवियों ने भी अपनी- अपनी रचना प्रस्तुत कर वाह-वाही लूटी. कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मनाथ तिवारी तथा संचालन दुर्गा चरण पांडेय ने किया.
पंचदेवरी में कवि सम्मेलन सह मुशायरा आयोजित
श्रोताओं ने जम कर उठाया लुत्फसंवाददाता, पंचदेवरी.भोजपुरी की समरसता और समृद्धता को बयां करते हुए यूपी से आये भोजपुरी के जाने-माने कवि रामापति रसिया ने ‘जब अपनी रचना भाषा भोजपुरिया हमार उजियार सगरी भवन से लागे…’ सुनाई तो पूरा महफिल भोजपुरीमय हो उठा. मौक ा था डॉ मैनेजर पांडेय सेवा संस्थान द्वारा संचालित साहित्य संकुल […]
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