अफवाह पर बेकाबू हुई थी भीड़
महम्मदपुर. डिपो में आग लगाने तथा पुलिस पर हमले के पीछे अफवाह प्रभावी रही. अफवाह में लोग बेकाबू होते चले गये. घटनाक्रम पर नजर डालें, तो जिस रास्ते की जमीन पर दीवार खड़ी करने की अफवाह उड़ायी गयी, हकीकत में रास्ते से अलग हट कर डिपो के संचालक निर्माण कार्य करा रहे थे. जहां निर्माण […]
महम्मदपुर. डिपो में आग लगाने तथा पुलिस पर हमले के पीछे अफवाह प्रभावी रही. अफवाह में लोग बेकाबू होते चले गये. घटनाक्रम पर नजर डालें, तो जिस रास्ते की जमीन पर दीवार खड़ी करने की अफवाह उड़ायी गयी, हकीकत में रास्ते से अलग हट कर डिपो के संचालक निर्माण कार्य करा रहे थे. जहां निर्माण चल रहा था वहां रास्ता बाधित नहीं होता. इसके बाद मजदूर जब निर्माण कार्य रोकने पहुंचे, तो झड़प और फायरिंग हुई. घायल रामजी प्रसाद को सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद उसकी मौत हो जाने की अफवाह फैल गयी. इसके बाद सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गये. गुस्साये ग्रामीणों ने तेल डिपो में आग लगा दी. आग लगने के बाद तेल डिपो के पास मौजूद तीन डंपरों को भी आग के हवाले कर दिया गया. धू-धू कर वाहन और तेल डिपो जलने लगे. इधर, मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के वाहन को भी ग्रामीणों ने रोक दिया. घटनास्थल पर आग को बुझाने के लिए वाहन को पहुंचने तक नहीं दिया गया. पुलिस की संख्या कम होने के कारण भीड़ को नियंत्रण करना मुश्किल हो गया था. बाद में एएसपी, एसडीएम समेत कई थानेदार पर्याप्त संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे. इसके बाद भीड़ को नियंत्रण में किया जा सका.