जेद्दा में फंसे युवकों के घरों में खामोशी
मीरगंज. नगर के दक्षिण मुहल्ले से सुनहरे सपने लेकर विदेश गये युवकों के घर में खामोशी है. आश महम्मद के दो बेटे नवाज आलम तथा सलमान आलम का सही हालात जानने के लिए बेचैन परिजन एजेंट की तलाश कर रहे हैं. जियाउल हक, जिशान अली, आफताब आलम, शहाबुद्दीन के परिजन बेचैन हैं. सभी पीडि़त परिवारों […]
मीरगंज. नगर के दक्षिण मुहल्ले से सुनहरे सपने लेकर विदेश गये युवकों के घर में खामोशी है. आश महम्मद के दो बेटे नवाज आलम तथा सलमान आलम का सही हालात जानने के लिए बेचैन परिजन एजेंट की तलाश कर रहे हैं. जियाउल हक, जिशान अली, आफताब आलम, शहाबुद्दीन के परिजन बेचैन हैं. सभी पीडि़त परिवारों के लोगों का कहना था कि पहले वे अपनों बच्चों की सलामती चाहते हैं. इसके लिए वे पहले उन्हें विदेश भेजनेवाले एजेंट अली अहमद से जानकारी लेने के लिए संपर्क में लगे हुए हैं.