सर्द हवाओं से और गिरा पारा
संवाददाता, गोपालगंजगुरु वार से पारा और लुढ़क गया. पिछले दिनों पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश की नमी के नाते उधर से आनेवाली पछुआ हवाएं इसकी वजह हैं. अधिकतम तापमान रहा 26.4, न्यूनतम तापमान और गिर कर 12.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. इसके पहले 17 फरवरी को यह 12.2 पर […]
संवाददाता, गोपालगंजगुरु वार से पारा और लुढ़क गया. पिछले दिनों पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश की नमी के नाते उधर से आनेवाली पछुआ हवाएं इसकी वजह हैं. अधिकतम तापमान रहा 26.4, न्यूनतम तापमान और गिर कर 12.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. इसके पहले 17 फरवरी को यह 12.2 पर था. रविवार से फिर बदलेगा मौसममौसम फिलहाल राहत देने के मूड में नहीं है. मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय ने 10 मार्च तक के लिए जो पूर्वानुमान जताया है उसके अनुसार आठ से 11 मार्च तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा. इस दौरान बादल तो रहेंगे ही गरज के साथ बारिश भी संभव है. इस दौरान अधिकतम तापमान 29-30 और न्यूनतम 15-16 डिसे के बीच रहेगा. बढ़े वायरल फीवर व श्वांस के मरीजठंड का मौसम खत्म हो रहा है. गरमी शुरू हो रही है. ऐसे में तापमान में उतार-चढ़ाव सामान्य बात है. दिन भर गरमी रहती है, तो सुबह-शाम व रात में ठंड. पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मौसम कुछ अधिक असामान्य है. फरवरी में तापमान बढ़ने से गरमी का एहसास हुआ, तो मार्च की शुरु आत से ही बरसात व अब तेज सर्द हवाओं से न्यूनतम तापमान घट कर 12.5 डिसे पर आ गया. ऐसे मौसम में लापरवाही श्वांस के रोगों, सर्दी, खांसी, वायरल फीवर, दमा को दावत दे सकती है. तापमान में बदलाव से अस्पतालों में इन दिनों ऐसे मरीजों की भरमार है.सदर अस्पताल के फिजिशियन डॉ कुंदन कुमार के मुताबिक तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते एलर्जी, दमा आदि के रोगियों में अधिक परेशानी देखी जा रही है. श्वसन तंत्र की समस्या, वायरल फीवर के मरीज भी बड़ी संख्या में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. मौसम का उतार-चढ़ाव हर उम्र के लोगों पर असर डालता है, पर बच्चे व बुजुर्ग ज्यादा कुप्रभावित होते हैं.