अस्पतालों में तड़पते रहे मरीज, डॉक्टर को ढूंढ़ते रहे परिजन

गोपालगंज : सोमवार को दिन के 11 बज रहे हैं. सदर अस्पताल में खचाखच भीड़ है. कहीं कोई कराह रहा है, तो कहीं परिजन डॉक्टर का पता पूछ रहे हैं. कोई प्राइवेट डॉक्टर के यहां जाने की बात कर रहे हैं. हर जगह अफरा-तफरी है. प्रत्येक के चेहरे पर गुस्सा दिख रहा है. यह नजारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 6:39 AM
गोपालगंज : सोमवार को दिन के 11 बज रहे हैं. सदर अस्पताल में खचाखच भीड़ है. कहीं कोई कराह रहा है, तो कहीं परिजन डॉक्टर का पता पूछ रहे हैं. कोई प्राइवेट डॉक्टर के यहां जाने की बात कर रहे हैं. हर जगह अफरा-तफरी है. प्रत्येक के चेहरे पर गुस्सा दिख रहा है.
यह नजारा है कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद सदर अस्पताल का. सोमवार को तड़पते मरीजों का इलाज करने के लिए डॉक्टर का अता-पता नहीं था. इलाज कराने के लिए आये मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं. अधिकतर वार्ड में ताले लटके हैं. एक – दो वार्ड खुले भी हैं, तो मरीजों की भारी भीड़ है. इमरजेंसी में मरहम-पट्टी कर मरीजों को रेफर किया जा रहा है. यही स्थिति सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में देखने को मिली. इन जगहों पर भी मरीजों की जान पर आफत बनी हुई है. एक बजते ही ओपीडी बंद हो गया.

Next Article

Exit mobile version