…क्या बतायें औरत की मर्तबा क्या है

पंचदेवी में कवि सम्मेलनपंचदेवरी. ‘कभी बेटी, कभी बहन, कभी बीवी तो कभी मां है, क्या बताएंं औरत की मर्तबा क्या है’ सीवान के युवा शायर फिरोज अंसारी ने जब अपनी ये पंक्तियां सुनायीं, तो पूरी महफिल तालियों से गूंज उठी. मौका था डॉ मैनेजर पांडेय सेवा संस्थान द्वारा संचालित साहित्य संकुल के तत्वावधान में आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 8:03 PM

पंचदेवी में कवि सम्मेलनपंचदेवरी. ‘कभी बेटी, कभी बहन, कभी बीवी तो कभी मां है, क्या बताएंं औरत की मर्तबा क्या है’ सीवान के युवा शायर फिरोज अंसारी ने जब अपनी ये पंक्तियां सुनायीं, तो पूरी महफिल तालियों से गूंज उठी. मौका था डॉ मैनेजर पांडेय सेवा संस्थान द्वारा संचालित साहित्य संकुल के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन का. सोमवार की देर शाम टॉपर्स एकेडमी के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम ने पंचदेवरी को पूरी तरह साहित्य मय कर दिया. शिक्षक व कवि श्री निवास प्रजापति की रचना ‘शोर है हंगामा है चुनाव का जमाना है’ को लोगों ने खूब सराहा. यूपी से आये कवि तेज प्रताप राय की ममता भरी गीत ‘ केहुं केतनो दुलारी, बाकी माई ना होई’ ने सब की आंखें नम कर दी. स्थानीय कवि दुर्गा चरण पांडेय की रचना ‘ मैं तेरी बांसुरी प्यारे, अधर धर रागिनी भर दे’ को भी खूब सराहना मिली. इनके अलावा कवि राहुल पांडेय, अवधेश कुमार सिंह, विवेका मिश्र ने भी अपनी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की. कार्यक्रम की शुरुआत आशुतोष पांडेय की सरस्वती वंदना ‘कलम की नो पर भी मां तुम्हारा प्यार हो जाये’ से हुई. कार्यक्रम का संचालन रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी तथा अध्यक्षता माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव धर्मनाथ तिवारी ने की.

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