आखिरकार छवही में कैसे पहुंचा शव!

प्रभात फॉलोअप चौकीदार के बयान पर दर्ज की गयी एफआइआर दूसरे दिन भी नहीं हो सकी मृतक की पहचान घटना की जांच में उलझी पुलिस, की पूछताछ संवाददाता. मांझा छवही गांव के पास नेशनल हाइवे के किनारे अधेड़ का शव आखिरकार कैसे पहुंचा. हत्या के बाद शव को लाकर फेंका गया, या फिर मृतक मानसिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2015 4:03 PM

प्रभात फॉलोअप चौकीदार के बयान पर दर्ज की गयी एफआइआर दूसरे दिन भी नहीं हो सकी मृतक की पहचान घटना की जांच में उलझी पुलिस, की पूछताछ संवाददाता. मांझा छवही गांव के पास नेशनल हाइवे के किनारे अधेड़ का शव आखिरकार कैसे पहुंचा. हत्या के बाद शव को लाकर फेंका गया, या फिर मृतक मानसिक रूप से विक्षिप्त था. उसकी मौत बीमारी के कारण हुई या नहीं. पुलिस की जांच से ही इसका खुलासा होगा. मृतक के पास मिले कागजात और बच्चों के कपड़ों के आधार पर मांझा पुलिस जल्द ही पहचान करने का दावा कर रही है. हालांकि अबतक उसकी पहचान नहीं हो सकी है. मृतक कौन है, कहां से छवही गांव में पहुंचा. इसकी भी जानकारी पुलिस के पास नहीं है. शव मिलने के बाद चौकीदार के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने रविवार की देर शाम शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया. तीन दिनों तक शव को पहचान के लिए रखा जायेगा. बता दें कि मांझा थाने के छवही गांव में हाइवे के किनारे एक अधेड़ का शव मिला. घटना की सूचना पाकर मांझा थाने की पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस को घटनास्थल से कागजात और बच्चों के पुराने कपड़े मिले थे. पुलिस ने प्रथम दृष्टया मृतक को मानसिक रूप से विक्षिप्त बता कर जांच शुरू की. पुलिस के मुताबिक उसकी मौत बीमारी के कारण हो सकती है. हालांकि यह कहना अभी जल्दीबाजी होगा. अस्पताल से जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिल जाती, ऐसा कहना जल्दीबाजी होगी.

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